आजमगढ़ : ईपीएस-95 पेंशनर्स ने अपनी मांगों को लेकर आजमगढ़ में शनिवार को धरना प्रदर्शन किया. यह धरना प्रदर्शन ईपीएस-95 पेंशर्नस के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राउत के नेतृत्व में आजमगढ़ बस स्टेशन परिसर में हुआ. विरोध प्रदर्शन के दौरान ईपीएस-95 पेंशनर्स का कहना था, कि सरकार उनकी मांगें जल्द पूरी करे. अपनी मांगों को लेकर 19 दिसम्बर को लखनऊ में बड़ा धरना करने की बात कही. साथ ही इस बैठक में धरने को सफल बनाने को लेकर रणनीति बनाई गई.
दरअसल, शनिवार को ईपीएस-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति के सदस्यों ने आजमगढ़ बस स्टेशन पर बैठक की. बैठक में पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राउत ने कहा कि हमारे वेतन से रुपये काटे गये हैं. जबकि बढ़ापे में पेंशन ही सहारा होता है. कई लोगों के 35 वर्षों तक वेतन से रुपये काटे गये हैं. उनका कहना था, कि सरकार द्वारा काटे गए रुपयों को अगर बैंक में रखा गया होता तो ये 20 लाख रुपये से भी अधिक होते.
उन्होंने बताया कि आज कई लोगों को पेंशन के नाम पर 200 रुपये व ढाई हजार रुपये की मिलती है. 23 लाख लोगों को एक हजार रुपये से भी कम पेंशन मिल रही है. उन्होंने कहा कि अगर किसी को 60 साल के बाद बुढ़ापे में इतनी कम पेंशन मिलेगी, तो यह हमारा और सभी वृद्धों का अपमान है. इसको लेकर ईपीएस-95 पेंशन संघर्ष समिति ने कई आन्दोलन किया. इसको लेकर देश के प्रधानमंत्री से दो बार चर्चा हुई, लेकिन आज तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया.
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ईपीएस-95 पेंशर्नस के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राउत का कहना था, मांग पूरा नहीं होने पर पूरे देश के पेंशनरों में काफी आक्रोश है. उनकी समति का सभी राज्यों में अधिवेशन हो गया. अब लखनऊ में राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित है. सभी पेंशनर्स गोमती नदी के तट पर तप करेगें कि आखिर क्या कारण है कि हमारी तरफ देश का ध्यान नहीं है. उन्होंने कहा कि हमने अपने वेतन से रुपये दिये हैं तो उसका हम हिसाब भी मांगेंगे. हम मुफ्त में कुछ नहीं मांग रहे हैं. हम अपने रुपये मांग रहे हैं और उसका हिसाब हमें मिलना चाहिए.
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