आजमगढ़: जिलाधिकारी राजेश कुमार ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के साथ बैठक की, जहां इस दौरान समस्त एबीएसए भी मौजूद रहे. जिलाधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि शिक्षकों के निलंबन में बहाली का खेल समाप्त करें. वहीं जो भी लोग दोषी हों, उन्हें निलंबित कर उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित कराएं.
डीएम राजेश कुमार ने बताया कि जनपद में लगातार जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा शिक्षकों के निलंबित और बहाली की सूचनाएं आ रही थी. इसे ध्यान में रखते हुए यह बैठक की गई. इस बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को शिक्षकों के निलंबन और बहाली का खेल समाप्त करने का निर्देश दिया गया है. इसके साथ ही जो भी शिक्षक दोषी हैं, उन पर कार्रवाई कराना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. जिलाधिकारी ने बीएसए को एक जनवरी 2020 से जितने भी शिक्षकों की बहाली और निलंबन हुआ है, उसकी भी सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.
जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि योजना के अंतर्गत जनपद के ईओ नगर पालिका व नगर पंचायतों को निर्देश दिए हैं कि ऐसे पथ विक्रेताओं का चयन करें, जिनका पंजीकरण है या फिर वे इस श्रेणी में आते हैं. उनका फार्म भरकर इस योजना से उन्हें लाभान्वित कराएं, जिससे कि इन विक्रेताओं को इस योजना का लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए जिले में आए प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा के अंतर्गत अधिक रोजगार दिलाने के उद्देश्य से सभी विभाग अपने कार्यों में तेजी लाएं. प्रतिदिन डेढ़ लाख मानव दिवस का सृजन कर रोजगार उपलब्ध कराएं, जिससे दूसरे राज्यों से आने वाले इन प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके.
बताते चलें कि आजमगढ़ जनपद में बड़ी संख्या में शिक्षकों के निलंबन व बहाली में शिक्षा विभाग द्वारा खेल किया जा रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए डीएम ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें निलंबन में बहाली के खेल को समाप्त करने का निर्देश देते हुए 1 जनवरी से अब तक निलंबित व बहाल किए गए शिक्षकों की सूची भी मांगी है. वहीं इसके बाद से ही शिक्षा महकमे में हड़कंप मचा हुआ है.