आजमगढ़: जिले में अपनी मांगों और निचले स्तर के अधिकारियों से परेशान जहानागंज के दिव्यांग दंपति अपने मासूम बच्चों के साथ भूख हड़ताल पर बैठा गया. इसके बाद एसडीएम के समझाने और आश्वासन देने पर दिव्यांग दंपति ने हड़ताल समाप्त की.
विकास खंड जहानागंज के बोहना गांव के रहने वाले दीनानाथ और उनकी पत्नी दिव्यांग हैं. उनका कहना है कि गांव की सस्ते गल्ले की दुकान का खुली बैठक में प्रस्ताव पास होने के बाद भी उन्हें आवंटित नहीं की गयी. उन्होंने एसडीएम को दिए पत्र में आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा कोटे की दुकान का चयन करने के लिए घूस की मांग की जा रही है, जबकि गांव की खुली बैठक में दीनानाथ की दिव्यांग पत्नी के नाम प्रस्ताव पास हो चुका है. कोटे की दुकान के लिए चार बार बैठक और प्रस्ताव हो चुका है. इसके बावजूद उन्हें दुकान का आवंटन नहीं किया जा रहा है. ग्राम पंचायत अधिकारी अन्य दूसरे व्यक्ति के नाम का प्रस्ताव कर अधिकारियों को भेज दिए हैं.
मासूम बच्चों के साथ दिव्यांग दंपति के डीएम कार्यालय पर भूख हड़ताल शुरू करने की सूचना मिलते ही एसडीएम सदर के साथ कोतवाल मौके पर पहुंचे. सीओ सिटी इलामारण भी आनन-फानन में डीएम कार्यालय पहुंचे. एसडीएम ने महिला को मनाने की कोशिश की, लेकिन वह अपनी जिद्द पर अड़ी रही, जिसके बाद उसकी मांगों पर विचार करने और जांच करने का आश्वासन मिला तो महिला अपने पति और मासूम बच्चों के साथ वहां से हटी.
एसडीएम रावेंद्र सिंह ने बताया कि महिला की बातों को सुना गया है. जांच कर जिसकी लापरवाही होगी, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं जिन लोगों ने महिला को सताया है, उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा.