आजमगढ़: मौर्य दंपति हत्याकांड (Maurya couple murder case) में उपमुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आर्थिक मदद के आश्वासन को पूरा करने की मांग को लेकर मृतक दंपति के बच्चे 71 दिनों से धरने पर बैठे हैं. इस मामले को लेकर मृतक दंपति के बच्चों ने सोमवार को आंदोलन किया. इस दौरान पीड़ित बच्चों के साथ सामाजिक संगठनों के लोगों ने जूलूस निकालकर प्रदर्शन किया. पीड़ित बच्चों ने कहा कि जब तक घटना में शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
गौरतलब हो कि मौर्य दंपति इंद्रपाल और शकुंतला मौर्य 14 जून को दवा लेने के लिए शाहगंज गए थे. इसके बाद दोनों लापता हो गए. 16 जून को दोनों की लाश अंबारी स्थित एक स्कूल के सामने सड़क के किनारे गड्ढे में पड़ी मिली थी. परिजनों ने तीन लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दिया. लंबा समय बीत जाने के बाद भी अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हुई. हालांकि पूर्व में भूख हड़ताल पर बैठने पर पुलिस ने दो लोगों को साजिशकर्ता के रूप में चिह्नित कर गिरफ्तार किया और जेल भी भेज दिया. लेकिन मृतक दंपत्ति के अनाथ बच्चे सरकारी नौकरी और मुआवजा सहित आदि की मांग को लेकर 17 अक्टूबर से धरने पर बैठे हुए हैं. धरने के 71वें दिन पीड़ित बच्चों ने सामाजिक संगठनों व अन्य लोगों के साथ कलेक्ट्रेट क्षेत्र में जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया. पीड़ित बच्चों ने घटना का पूर्ण खुलासा करने और मुआवजे की मांग की. उन्होंने कहा कि जब तक पूर्ण रूप से घटना का खुलासा नहीं हो जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
वहीं, पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने कहा कि इस मामले में दो आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. जबकि इस घटना में एक स्पेशल टीम का गठन किया गया है. जिसमें एसओजी, सर्विलांस व जनपद के इंस्पेक्टरों को शामिल किया गया है. विवेचना साइंटिफिक तरीके से आगे बढ़ रही है. गठित टीम जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करेगी. बच्चों आश्वासन दिया गया है. उनकी सुरक्षा पुलिस कर रही है. इसके साथ ही उनकी जो भी जायज मांगें है, उसको पूरा किया जा रहा है.
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