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आजमगढ़: ऑनलाइन गेम की मदद से आठ लाख रुपये की ठगी - साइबर क्राइम समाचार

यूपी के आजमगढ़ में ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान साइबर ठग गेमिंग पोर्टल के जरिए कक्षा 6 में पढ़ने वाले छात्र के सम्पर्क में आया. इस दौरान साइबर ठगों ने बच्चे से उसके पिता के डेबिट कार्ड की जानकारी हासिल कर पूरा अकाउंट खाली कर दिया.

cyber crime in azamgarh
साइबर क्राइम का शिकार हुआ मासूम
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Published : May 20, 2020, 4:00 PM IST

आजमगढ़: जिले में साइबर अपराधियों ने मासूम को बहला-फुसला कर उसके पिता के बैंक खाते से 8 लाख रुपये निकाल लिए. साइबर अपराधियों ने पहले ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से बच्चे से दोस्ती की और उसके बाद बच्चे से ही पिता के बैंक खाते और डेबिट कार्ड की जानकारी हासिल की. कुछ ही देर में साइबर अपराधियों ने पूरा अकाउंट खाली कर दिया.

cyber crime in azamgarh
ऑनलाइन ठगी के शिकार शिक्षक.

बच्चा खेलता था ऑनलाइन गेम

जिले के बिलरियागंज थाना क्षेत्र के हेगईपुर गांव के रहने वाले हरिवंश लाल श्रीवास्तव पेशे से एक सरकारी अध्यापक हैं. हरिवंश का बेटा कपिल जो कक्षा 6 का छात्र है, उसे आनलाइन गेम खेलने का शौक है. आनलाइन गेम खेलने के दौरान कुछ साइबर ठग उसके साथ जुड़े और गेम खेलना शुरू कर दिया.

साइबर ठगों ने लगायी आठ लाख रुपये की चपत

चैटिंग के समय ठग ने पहले कपिल को अपने पूरे विश्वास में लिया और गेम खरीदने के लिए डेबिड कार्ड का नंबर मांगा. अपराधियों ने पहले पेटीएम के माध्यम से कुछ रुपये ट्रांसफर कर लिए, इसके बाद यूपीआई आईडी बना कर और मोबाइल नम्बर बदलकर धीरे-धीरे एकाउंट से आठ लाख रुपये उड़ा दिए.

इसकी जानकारी कपिल के पिता को तब हुई, जब वह कुछ रुपये निकालने के लिए बैंक गए और कर्मचारी को चेक दिया. बैंककर्मियों ने बताया कि उनके खाते में एक रुपया भी शेष नहीं बचा है. जिसके बाद कपिल के पिता के होश उड़ गए. जिसके बाद कपिल के पिता ने एसपी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई.

मामले का जल्द होगा खुलासा
एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. साइबर ठगों ने मासूम को निशाना बनाकर उनके पिता के बैंक एकाउंट से आठ लाख रुपये की ठगी की है. साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन की है. जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा.

आजमगढ़: जिले में साइबर अपराधियों ने मासूम को बहला-फुसला कर उसके पिता के बैंक खाते से 8 लाख रुपये निकाल लिए. साइबर अपराधियों ने पहले ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से बच्चे से दोस्ती की और उसके बाद बच्चे से ही पिता के बैंक खाते और डेबिट कार्ड की जानकारी हासिल की. कुछ ही देर में साइबर अपराधियों ने पूरा अकाउंट खाली कर दिया.

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ऑनलाइन ठगी के शिकार शिक्षक.

बच्चा खेलता था ऑनलाइन गेम

जिले के बिलरियागंज थाना क्षेत्र के हेगईपुर गांव के रहने वाले हरिवंश लाल श्रीवास्तव पेशे से एक सरकारी अध्यापक हैं. हरिवंश का बेटा कपिल जो कक्षा 6 का छात्र है, उसे आनलाइन गेम खेलने का शौक है. आनलाइन गेम खेलने के दौरान कुछ साइबर ठग उसके साथ जुड़े और गेम खेलना शुरू कर दिया.

साइबर ठगों ने लगायी आठ लाख रुपये की चपत

चैटिंग के समय ठग ने पहले कपिल को अपने पूरे विश्वास में लिया और गेम खरीदने के लिए डेबिड कार्ड का नंबर मांगा. अपराधियों ने पहले पेटीएम के माध्यम से कुछ रुपये ट्रांसफर कर लिए, इसके बाद यूपीआई आईडी बना कर और मोबाइल नम्बर बदलकर धीरे-धीरे एकाउंट से आठ लाख रुपये उड़ा दिए.

इसकी जानकारी कपिल के पिता को तब हुई, जब वह कुछ रुपये निकालने के लिए बैंक गए और कर्मचारी को चेक दिया. बैंककर्मियों ने बताया कि उनके खाते में एक रुपया भी शेष नहीं बचा है. जिसके बाद कपिल के पिता के होश उड़ गए. जिसके बाद कपिल के पिता ने एसपी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई.

मामले का जल्द होगा खुलासा
एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. साइबर ठगों ने मासूम को निशाना बनाकर उनके पिता के बैंक एकाउंट से आठ लाख रुपये की ठगी की है. साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन की है. जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा.

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