ETV Bharat / state

लोकसभा उपचुनाव: बीएसपी विधायक बोले- भाजपा बसपा की है टक्कर, सपा लड़ाई से बाहर

आजमगढ़ जिले में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी शाह आलम गुड्डू जमाली की जीत सुनिश्चित करने के लिए बसपा का कैडर मजबूती से लगा हुआ है. बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने शहर के सिधारी क्षेत्र स्थित एक होटल में प्रेस वार्ता कर उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी की जीत का दावा किया.

etv bharat
बसपा विधायक उमाशंकर सिंह
author img

By

Published : Jun 20, 2022, 5:14 PM IST

आजमगढ़: जिले में हो रहा लोकसभा उपचुनाव अब रोचक मोड़ पर पहुंच गया है. बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी शाह आलम गुड्डू जमाली की जीत सुनिश्चित करने के लिए बसपा का कैडर मजबूती से लगा हुआ है. वहीं, बसपा के नेता भी गुड्डू जमाली के साथ कदम से कदम मिलाकर दिन रात एक किए हुए हैं. सोमवार को बहुजन समाज पार्टी के बलिया जिले के रसड़ा से विधायक उमाशंकर सिंह ने शहर के सिधारी क्षेत्र स्थित एक होटल में प्रेस वार्ता कर उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी की जीत का दावा किया.

बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी शाह आलम गुड्डू जमाली यहां के लोकल प्रत्याशी हैं. उन्होंने कहा कि सपा के प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव और भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ बाहरी प्रत्याशी हैं, इसलिए जनता ने मन बना लिया है इस बार गुड्डू जमाली को ही जिताना है. कहा कि जनता के मन में यह मलाल है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव यहां से चुनाव जीते आजमगढ़ के विकास में सरकार रहते भी उन्होंने कुछ नहीं किया और 2019 के विधानसभा चुनाव में बसपा के साथ गठबंधन होने के बाद चुनाव जीते अखिलेश यादव ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया, मझधार में छोड़ कर चले गए. मतदाताओं का गुस्सा समाजवादी पार्टी को भारी पड़ेगा.

बसपा विधायक उमाशंकर सिंह

बहुजन समाज पार्टी को सपा द्वारा भारतीय जनता पार्टी की बी टीम कहे जाने के सवाल पर बसपा नेता ने कहा कि बसपा नहीं समाजवादी पार्टी भारतीय जनता पार्टी की बी टीम है, क्योंकि उपचुनाव में अखिलेश यादव ने बलिहारी बाबू के बेटे सुशील आनंद को पहले प्रत्याशी इसीलिए बनाया कि दलित होने के नाते वह बसपा का वोट काट देंगे और भाजपा जीत जाएगी, लेकिन विरोध होने पर प्रत्याशी बदल दिया. उन्होंने कहा कि 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद अखिलेश यादव के खिलाफ जांच के कई आदेश हुए, लेकिन उसमें अभी तक कुछ नहीं हुआ. यह इसलिए की समाजवादी पार्टी भाजपा की बी टीम है.

पढ़ेंः रामपुर में डिप्टी सीएम केशव मौर्य बोले, सपा समाप्तवादी पार्टी और डूबता जहाज

बसपा विधायक ने कहा कि आज आजमगढ़ का यादव समाज धर्मेंद्र यादव के साथ नहीं बहुजन समाज पार्टी के साथ है क्योंकि उसे लग रहा है कि अगर सपा जीत गई तो फिर एक परिवार का दबदबा हमेशा आजमगढ़ में बना रहेगा. उन्होंने कहा कि उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी की लड़ाई किसी से नहीं है. सपा और भाजपा बसपा से लड़ रही हैं. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि उपचुनाव में धर्मेंद्र यादव लड़ाई से बाहर हो चुके हैं मुकाबला बसपा बनाम भाजपा है.

बसपा नेता ने कहा कि आजमगढ़ लोकसभा के उपचुनाव में जीत दर्ज करके बहुजन समाज पार्टी का नया उदय होगा और 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद 2027 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी बेहतर प्रदर्शन कर सरकार बनाएगी. अग्निपथ योजना को लेकर देश के अलग-अलग राज्यों में हो रहे हिंसक प्रदर्शन पर बसपा नेता ने कहा कि केंद्र सरकार को इस योजना को लागू करने से पहले सभी दलों से बात करनी चाहिए थी, लोगों को विश्वास में लेना चाहिए था. ऐसा नहीं करके सरकार ने गलत किया है. उन्होंने आंदोलन कर रहे युवाओं से भी अनुरोध किया कि अपनी बात अहिंसक तरीके से रखें हिंसा का प्रयोग न करें.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

आजमगढ़: जिले में हो रहा लोकसभा उपचुनाव अब रोचक मोड़ पर पहुंच गया है. बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी शाह आलम गुड्डू जमाली की जीत सुनिश्चित करने के लिए बसपा का कैडर मजबूती से लगा हुआ है. वहीं, बसपा के नेता भी गुड्डू जमाली के साथ कदम से कदम मिलाकर दिन रात एक किए हुए हैं. सोमवार को बहुजन समाज पार्टी के बलिया जिले के रसड़ा से विधायक उमाशंकर सिंह ने शहर के सिधारी क्षेत्र स्थित एक होटल में प्रेस वार्ता कर उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी की जीत का दावा किया.

बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी शाह आलम गुड्डू जमाली यहां के लोकल प्रत्याशी हैं. उन्होंने कहा कि सपा के प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव और भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ बाहरी प्रत्याशी हैं, इसलिए जनता ने मन बना लिया है इस बार गुड्डू जमाली को ही जिताना है. कहा कि जनता के मन में यह मलाल है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव यहां से चुनाव जीते आजमगढ़ के विकास में सरकार रहते भी उन्होंने कुछ नहीं किया और 2019 के विधानसभा चुनाव में बसपा के साथ गठबंधन होने के बाद चुनाव जीते अखिलेश यादव ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया, मझधार में छोड़ कर चले गए. मतदाताओं का गुस्सा समाजवादी पार्टी को भारी पड़ेगा.

बसपा विधायक उमाशंकर सिंह

बहुजन समाज पार्टी को सपा द्वारा भारतीय जनता पार्टी की बी टीम कहे जाने के सवाल पर बसपा नेता ने कहा कि बसपा नहीं समाजवादी पार्टी भारतीय जनता पार्टी की बी टीम है, क्योंकि उपचुनाव में अखिलेश यादव ने बलिहारी बाबू के बेटे सुशील आनंद को पहले प्रत्याशी इसीलिए बनाया कि दलित होने के नाते वह बसपा का वोट काट देंगे और भाजपा जीत जाएगी, लेकिन विरोध होने पर प्रत्याशी बदल दिया. उन्होंने कहा कि 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद अखिलेश यादव के खिलाफ जांच के कई आदेश हुए, लेकिन उसमें अभी तक कुछ नहीं हुआ. यह इसलिए की समाजवादी पार्टी भाजपा की बी टीम है.

पढ़ेंः रामपुर में डिप्टी सीएम केशव मौर्य बोले, सपा समाप्तवादी पार्टी और डूबता जहाज

बसपा विधायक ने कहा कि आज आजमगढ़ का यादव समाज धर्मेंद्र यादव के साथ नहीं बहुजन समाज पार्टी के साथ है क्योंकि उसे लग रहा है कि अगर सपा जीत गई तो फिर एक परिवार का दबदबा हमेशा आजमगढ़ में बना रहेगा. उन्होंने कहा कि उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी की लड़ाई किसी से नहीं है. सपा और भाजपा बसपा से लड़ रही हैं. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि उपचुनाव में धर्मेंद्र यादव लड़ाई से बाहर हो चुके हैं मुकाबला बसपा बनाम भाजपा है.

बसपा नेता ने कहा कि आजमगढ़ लोकसभा के उपचुनाव में जीत दर्ज करके बहुजन समाज पार्टी का नया उदय होगा और 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद 2027 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी बेहतर प्रदर्शन कर सरकार बनाएगी. अग्निपथ योजना को लेकर देश के अलग-अलग राज्यों में हो रहे हिंसक प्रदर्शन पर बसपा नेता ने कहा कि केंद्र सरकार को इस योजना को लागू करने से पहले सभी दलों से बात करनी चाहिए थी, लोगों को विश्वास में लेना चाहिए था. ऐसा नहीं करके सरकार ने गलत किया है. उन्होंने आंदोलन कर रहे युवाओं से भी अनुरोध किया कि अपनी बात अहिंसक तरीके से रखें हिंसा का प्रयोग न करें.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.