आजमगढ़: जनपद की बेटी जिया राय को विश्व रिकार्ड बनाने के बाद प्रदेश सरकार ने उन्हें प्रदेश के रोल मॉडल के रूप में चयन किया है. अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर आजमगढ़ की बिटिया को लखनऊ में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा. 14 वर्षीय जिया राय को सबसे कम उम्र में यह प्रशस्ति पत्र प्रदेश सरकार द्वारा दिया जाएगा. रोल मॉउल चुने जाने पर उनके घर और गांव में खुशी का माहौल है.
आजमगढ़ जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर सगड़ी तहसील के कटाई अलीमुद्दीनपुर गांव की रहने वाली जिया राय अपने परिजनों के साथ मुम्बई में रहती है, जबकि परिवार के अन्य सदस्य यहीं रहते हैं. जिया जन्म से ही ऑटिज्म स्पेक्ट्रम स्पीच डिसऑर्डर की बीमारी से ग्रसित होने के कारण दिव्यांग है. जिया की प्राथमिक शिक्षा मुंबई नेवल चिल्डेन स्कूल में हुई.
वर्तमान में जिया मुम्बई के नेवल इंटरमीडिएट स्कूल न्यू नेवी नगर कोलावा में कक्षा आठ की छात्रा है. जिया का एक छोटा भाई वैभव राय 9 वर्ष का है. पिता मदन राय नेवी में नेवल ऑफिसर और मां रचना राय मुम्बई के डिफेंस कॉलेज में शिक्षिका हैं. दिव्यांग जिया की बचपन से ही तैराकी में रुचि थी. जिया ने पहला विश्व रिकॉर्ड 14 फरवरी 2020 में मुम्बई के एलिफेंटा से गेटवे ऑफ इंडिया 14 किलोमीटर की तैराकी तीन घंटे 27 मिनट में पूरी कर बनाया तो दूसरा विश्व रिकॉर्ड अरनाला फोर्ट से वसई फोर्ट 22 किमी दूरी सात घंटे चार मिनट में पूरी कर बनाया. वहीं, तीसरा विश्व रिकॉर्ड वर्ली सी लिंक से गेटवे ऑफ इंडिया 36 किमी की दूरी आठ घंटे 40 मिनट में तैराकी पूरी कर बनाया.
जिया राय ने राष्ट्रीय तैराकी 2021 में चैंपियनशिप में मुंबई की तरफ से खेलते हुए 200 मीटर फ्री स्टाइल, 100 मीटर बैकस्ट्रोक, 100 मीटर बटर फ्लाई तैराकी में सोना जीता तो पांच किमी ओपन तैराकी का राष्ट्रीय रिकॉर्ड अभी भी जिया के नाम है. वहीं, एक किमी तैराकी छह मिनट 40 सेकंड में बना जो अभी भी जिया के नाम से दर्ज है.
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जिया के पिता मदन राय ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सबसे कम उम्र में जिया राय को दिव्यांग की रोल मॉडल बनाए जाने पर हर्ष व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि इससे उनका पूरा परिवार, जिला और गांव के लोग काफी खुश हैं. वहीं, जिया के बाबा और चाचा ने भी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित किए जाने की जानकारी के बाद काफी खुश हैं. उनका कहना है कि जिया की रुचि बचपन से ही तैराकी में थी और देखते ही देखते उसने कई रिकार्ड कायम कर दिए.
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