आजमगढ़ः जिले में भीषण गर्मी और हीटवेव से लोगों का हाल बेहाल है. तपती गर्मी के कारण यहां के स्वास्थ्य केन्द्रों में तैयारियों के सारे दावों की भी पोल खुल रही है. चिलचिलाती और उमस भरी गर्मी ने मरीजों और तीमारदारों की हालात खराब कर दी है. आलम यह है कि मरीज घरों से फर्राटा पंखे और कूलर लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं. आरोप है गर्मी से निपटने के लिए कोई व्यवस्था न होने के चलते अस्पताल में भर्ती बच्चे इन्फेक्शन का शिकार हो गए.
दरअसल, आजमगढ़ जिला महिला अस्पताल में लोग गर्मी से राहत पाने के लिए तरह-तरह की जुगत कर रहे हैं. भीषण गर्मी से निपटने के लिए मरीज और तीमारदार घरों से इक्सटेंशन तार, बोर्ड और पंखा और कूलर लेकर पहुंच रहे हैं. हालांकि, इसके बावजूद इन्हें गर्मी से कुछ खास राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. हर 2 से 3 बेड पर एक पंखा इस भीषण गर्मी में बिल्कुल असर नहीं कर रहा है. वार्ड में लोगों कूलर तो लेकर चले आए, लेकिन, बिना पानी के वह भी गर्म हवा फेंक रहा है. वहीं, जो तीमारदार पंखे लेकर अस्पताल लेकर नहीं आ पा रहे हैं, वो हाथ से पंखे से इस भीषण गर्मी में जैसे-तैस बचाव करने में लगे हैं.
तीमारदारों का कहना है महिला अस्पताल की पूरी व्यवस्था चौपट है. डॉक्टर देखने के लिए नहीं पहुंच रहे. पीने का पानी 48 घंटे बाद मिल रहा है, तो वहीं, गर्मी से लोग बेहाल है. शिकायत करते रहिए. लेकिन, सुनने वाला कोई नहीं है. कूलर और पंखा होने के बावजूद इमरजेंसी वार्ड में मरीजों को गर्मी से परेशान होना पड़ रहा है. वहीं, महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. अमिता अग्रवाल ने कहा कि अस्पताल में हर स्थान पर पंखे लगे हैं और चल रहे है. ओपीडी, वार्ड्स में कूलर लगे हुए हैं. व्यवस्था में कोई कमी नहीं है. लेकिन, अगर कोई मरीज घर से पंखा और कूलर लेकर आ रहा है, तो हम क्या कर सकते है. पानी की व्यवस्था भी सही है. दो दिन पूर्व पाइप फट गया था, तब थोड़ी समस्या हुई थी. लेकिन, कुछ ही घंटों बाद पानी की सप्लाई शुरू हो गई थी.
ये भी पढ़ेंः Weather Update: दिल्ली-NCR में मौसम मेहरबान, तमिलनाडु में भारी बारिश का अलर्ट