आजमगढ़: मामला प्रदेश वनमंत्री दारासिंह चौहान के गृह जनपद आजमगढ़ का है. जहां प्रशासन ने पौधारोपण के नाम पर जिले में तमसा नदी के किनारे मुहाने पर पौधारोपण कर खानापूर्ति कर दी है.
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जानें क्या कहते हैं स्थानीय निवासी-
आजमगढ़ जनपद के खोजापुर गांव निवासी लखन निषाद ने बताया कि पिछले वर्ष भी प्रशासन ने नदी के किनारे पौधारोपण किया था. लेकिन बाढ़ की चपेट में आकर प्रशासन द्वारा लगाए गए सारे पौधे नष्ट हो गए. लखन ने बताया कि यहां बड़ी संख्या में जानवर भी आते हैं जो इन पौधों को नष्ट कर देंगे. निश्चित रूप से जिस तरह से प्रशासन ने नदी के मुहाने पर इन पौधों को लगाया है यह सिर्फ खानापूर्ति की है.
क्या कहते हैं नदी किनारे रहने वाले लोग-
तमसा नदी के किनारे रहने वाले समर यादव ने बताया कि विगत वर्ष भी प्रशासन ने इसी स्थान पर पौधों का रोपण किया था. बाढ़ आने के कारण सारे पौधे नष्ट हो गए. इस बार भी बाहर का पूरा इलाका डूबा था. अभी 4 दिन पहले यहां से नदी का पानी कम हुआ है. समर का कहना है कि प्रशासन जानबूझकर सिर्फ खानापूर्ति करने में लगा हुआ है. जितने भी पौधे लगाए गए हैं एक भी पौधे नहीं बचेंगे.
आजमगढ़ जनपद प्रदेश के वन मंत्री दारा सिंह चौहान का गृह जनपद है लेकिन जिस तरह से वन मंत्री के गृह जनपद में प्रशासन पौधारोपण के नाम पर खानापूर्ति करने में लगा हुआ है उससे प्रदेश के अन्य जनपदों के बारे में किस तरह से पौधारोपण किया जा रहा है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.