आजमगढ़: जिले के सठियांव में सुराई गांव में रविवार को मुबारकपुर विधायक के यहां सपा मुखिया अखिलेश यादव पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्रेसवार्ता की. इसमें उन्होंने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उड़ीसा में हुई ट्रेन दुर्घटना को लेकर भी कई सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि ट्रिपल इंजन की सरकार की बात करते हैं, लेकिन वहां तीन ट्रेनें आपस में टकरा गईं. इसकी जवाबदेही किसकी है. इन लोगों ने तमाम नए उपकरण बनाने का दावा किया था कि इससे ट्रेन हादसे न हो, कहा गया था कि सुरक्षा कवच बनाया गया है. इससे सिग्नल मिल जाएगा और अगर ट्रेनें आमने-सामने आएंगी तो खुद ही रुक जाएंगी, लेकिन यह सिग्नल काम नहीं आया.
जनता के साथ कपट और कानून व्यवस्था ठप: सपा मुखिया ने कहा कि इससे यह साफ है कि बीजेपी ने जनता के साथ कपट किया है. वहीं, उन्होंने कन्नौज में स्थानीय बीजेपी सांसद के द्वारा पुलिस पर हमले के आरोप पर कहा कि अब पुलिस कहां छिपने जाए, क्या बुलडोजर के पीछे छिपना पड़ेगा. जब बीजेपी के ही लोग पुलिस पर हमला करने लगेंगे, तो यही होगा. प्रदेश की कानून व्यवस्था ठप है. केवल खास समुदाय, खास लोगों को ही निशाना बनाया जा रहा है. बीजेपी की सरकार केवल पिछड़ों और अल्पसंख्यकों, गरीबों के ही घरों पर जेसीबी चला रही है. खास वर्ग के अपराधियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
महिलाओं का वोट पाने के लिए नारा: भाजपा की सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है. लेकिन यह काम केवल नारियों के वोट लेने के लिए होता है. जब सरकार बन जाती है, तो नारियों का अपमान शुरू हो जाता है. अखिलेश ने कहा जंतर-मंतर पर जिस प्रकार से महिलाओं और पहलवानों ने बीजेपी सांसद के खिलाफ धरना देकर कार्रवाई की मांग की. उसका कोई असर सरकार पर नहीं हुआ है. वहीं, अखिलेश यादव ने गेहूं की खरीद पर भी सवाल करते हुए कहा कि केवल प्राइवेट कंपनियों और आढ़तियों के फायदे के लिए गेहूं बेचने के लिए किसानों को मजबूर किया गया. सरकारी केंद्रों पर इतनी समस्या पैदा कर दी गई कि किसान वहां अपना गेहूं नहीं बेच पा रहा है.
आजमगढ़ का अपमान: अखिलेश यादव ने आजमगढ़ को बार-बार बीजेपी के बड़े नेताओं के द्वारा आतंक की नर्सरी कह जाने पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि आंतक की नर्सरी कहकर यहां का अपमान किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि यहां अल्पसंख्यक वर्ग को निशाना बनाने के लिए कहा जाता है. जबकि आजमगढ़ में सपा की पिछली सरकार ने मुबारकपुर में बुनकरों के लिए विपणन केंद्र खुलवाया था और तमाम सहूलियतें दी थी. लेकिन, बीजेपी की सरकार ने यह सब कुछ नहीं किया और बिजली का रेट बढ़ा दिया.
विपक्ष एकता से 2024 में बीजेपी सरकार नहीं: अखिलेश यादव यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि आने वाले 24 के चुनाव में सभी लोग महंगाई, बेरोजगारी बेटियों के सम्मान, सांड़ की समस्या समेत अन्य मुद्दों को लेकर बीजेपी को हटाने का काम करेंगे. वहीं, उन्होंने कहा कि वह बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसी राव, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अलग-अलग मिले हैं. जहां यह तय हुआ है कि सभी क्षेत्रीय दल अपने-अपने क्षेत्रों में लोकसभा के चुनाव मजबूती के साथ लड़ेंगे. जो जितनी सीट लेकर आएगा वह अन्य दलों के साथ मिलकर एक होकर विपक्षी एकता बनाएंगे. पटना में 12 जून को विपक्षी एकता को लेकर होने वाली सभा में उनको निमंत्रण मिला है, वह वहां जाएंगे.
यूपी में गठबंधन और महंगाई: अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में गठबंधन उन्होंने कांग्रेस के साथ भी कर लिया, बसपा के साथ भी कर लिया. फिलहाल जयंत चौधरी के साथ हैं. विधानसभा चुनाव में गठबंधन के साथी रहे ओमप्रकाश राजभर पर उन्होंने निशाना साधते हुए कहा उन्हें बीजेपी की ऐसी हवा लग गई है, तो उनको लगे रहने दो. अखिलेश यादव ने महंगाई की तुलना पारले जी बिस्कुट से भी की. कहा कि जैसे-जैसे महगाई बढ़ती जा है वैसे-वैसे बिस्कुट का आकार छोटा होता जाता है.
आजमगढ़ की चीनी मिल और हवाई अड्डे का विकास: आजमगढ़ में चीनी मिल को और हवाई अड्डे के मुद्दे पर भी उन्होंने बीजेपी की सरकार पर निशाना साधा. अखिलेश ने कहा कि जब नेता जी ने यहां चीनी मिल का उद्घाटन किया था. तब यहां की गन्ना की जोत बढ़ गई थी. लेकिन अब सरकार उसकी उपेक्षा कर रही है. वहीं, हवाई अड्डे के मुद्दे पर कहा कि यहां का हवाई अड्डा सपा की पिछली सरकार ने बना दिया था. लेकिन 6 साल से इसका कोई विकास बीजेपी की सरकार नहीं कर पाई. यह इसलिए नहीं किया जा रहा क्योंकि यहां पर अखिलेश यादव का हवाई जहाज न उतर पाए. इसके लिए हवाई अड्डे का विकास रोका जा रहा है.
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