आजमगढ़: जिले के अतरौलिया विधानसभा से बसपा के प्रत्याशी रहे अखंड प्रताप सिंह ने आजमगढ़ कोर्ट में सरेंडर कर दिया. दरअसल आरोपी पर वाराणसी रेंज के एडीजी ने 1,00,000 रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था.
पूर्व ब्लाक प्रमुख ने कोर्ट में किया सरेंडर
- जिले के तरवां थाना क्षेत्र के जमुआ गांव निवासी अखंड प्रताप सिंह पहले तरवा ब्लॉक के प्रमुख थे.
- 11 मई 2013 में ट्रांसपोर्टर धनराज यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
- हत्या में मृतक के भाई की तहरीर पर पूर्व ब्लाक प्रमुख अखंड प्रताप सिंह पर मुकदमा दर्ज किया गया था.
- इस हत्या के बाद से ही लगातार पुलिस अखंड प्रताप को तलाश रही थी.
- पिछले माह जिले के एसपी त्रिवेणी सिंह ने आरोपी पर ढाई लाख रुपए इनाम की संस्तुति भी की थी.
- पुलिस ने कई बार अखंड प्रताप के कई ठिकानों पर छापेमारी भी की, लेकिन पुलिस को कामयाबी नहीं मिली.
- पुलिस के मुताबिक अखंड प्रताप सिंह पर लूट, डकैती, हत्या समेत गैंगस्टर के 36 से अधिक मामले दर्ज हैं.
- अखंड प्रताप सिंह की गिरफ्तारी के लिए प्रशासन ने 23 टीमें लगा रखी थीं.
- गुरुवार को अखंड प्रताप सिंह ने एडीजी फोर्थ की कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह ने प्रदेश के सभी जनपदों के पुलिस कप्तानों को अखंड प्रताप की फोटो के साथ ही सभी को एक पत्र भी लिखा था, जिससे किसी भी जनपद में इस अपराधी की गिरफ्तारी की जा सके.
अखंड प्रताप सिंह अपराधी हैं और उनके ऊपर 36 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं. एक मामले में पर वह जमानत पर थे. अखंड प्रताप सिंह की गिरफ्तारी के लिए प्रशासन ने 23 टीमें लगा रखी थीं. आज एडीजी फोर्थ की कोर्ट में उन्होंने सरेंडर कर दिया. अब अखंड प्रताप सिंह को जेल भेजा जा रहा है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई चलती रहेगी.
-नरेंद्र प्रताप सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक