आजमगढ़: जनपद में डायल 112 में तैनात महिला सिपाही द्वारा अपने प्रेमी दारोगा से मिलकर पति की हत्या कराने की साजिश का पता चलते ही महिला सिपाही के पति ने पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह को प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आजमगढ़ जनपद के थाना कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया. मामले की जांच की जा रही है.
डायल 112 में तैनात महिला पुलिसकर्मी की 2 महीने पहले शादी हुई थी. महिला सिपाही का पहले से ही मिर्जापुर जनपद के चुनाव में तैनात एक दारोगा से अवैध संबंध था और इसकी जानकारी जब महिला सिपाही के पति को हुई तो उसने विरोध करना शुरू कर दिया. महिला का पति भी पुलिस में है. जब उसने प्रेम प्रसंग का विरोध किया तो महिला सिपाही और उसके प्रेमी दारोगा ने उसकी हत्या करने की योजना बना डाली. इससे पहले कि वे साजिश को अंजाम तक पहुंचाते, पूरे मामले का खुलासा हो गया.
पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह से मिलकर इस मामले में मुकदमा दर्ज करने की मांग की, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने सीओ सिटी मोहम्मद अकमल के नेतृत्व में एक जांच टीम का गठन किया और जांच में उक्त बातें सही पाई गईं.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह ने बताया कि महिला सिपाही के पति ने हत्या की साजिश रचने से संबंधित कई ऑडियो रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराई है. जब इस मामले की जांच कराई गई तो सारे मामले सत्य पाए गए. मामले की विवेचना की जा रही है. जो भी लोग दोषी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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बताते चलें कि आजमगढ़ जनपद में महिला सिपाही व दारोगा के अवैध संबंधों की चारों तरफ जोरों से चर्चा चल रही है. ऐसे में पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह लगातार इस मामले से बच रहे थे. मामले की जांच के बाद पुलिस अधीक्षक को महिला सिपाही द्वारा अपने पति की हत्या कराए जाने की जो ऑडियो मिली, उससे बातें सत्य पाई गई, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने मामले में मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई कराने का निर्देश दिया.