आजमगढ़: प्रदेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल पूर्वांचल एक्सप्रेस के शुरू कराने के बाद अब आजमगढ़ एयरपोर्ट को अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट ( Azamgarh International Airport) के रूप में विकसित करने के लिए योगी सरकार ने कदम बढ़ा दिया है. इसी कड़ी में आजमगढ़ एयरपोर्ट को अर्न्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने के लिए अब 670 एकड़ भूमि का सर्वे अंतिम दौर में है. इसके लिए करीब अस्सी प्रतिशत किसान भी भूमि देने को राजी हो गए है, जिसकी रजिस्ट्री प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही एयरपार्ट के विस्तारीकरण का कार्य शुरू हो जाएगा.
जिला मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर दूर सगड़ी तहसील के मंदुरी में आजमगढ़ एयरपोर्ट स्थित है. आजमगढ़-अयोध्या मुख्य मार्ग पर स्थित मंदुरी हवाई अड्डा करीब 104 एकड़ भूमि में बनाया गया है. वर्ष 2005 में यहां पहले हवाई पट्टी थी, जहां पर कई बार नेताओं के विमान उतर चुके हैं. नवंबर 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हवाई पट्टी के विस्तार करते हुए उसे हवाई अड्डा बनाने की घोषणा की गई. अप्रैल 2019 में निर्माण कार्य के लिए शासन द्वारा 18.21 करोड़ रुपये का बजट जारी किया. धन मिलने के बाद निर्माण कार्य ने जोर पकड़ा और हवाई अड्डा बनकर पूरी तरह से तैयार हो गया है. इस हवाई अड्डे के निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया था और निर्माण कार्य वाराणसी एयरपोर्ट अथॉरिटी की देखरेख में संपन्न हुआ है. इस हवाई अड्डे का कई बार वाराणसी, लखनऊ और दिल्ली एयरपोर्ट अथॉरिटी के अफसर निरीक्षण करके अपनी रिपोर्ट सौंप चुके हैं. रिजिनल कनेक्टविटी के तहत उड़ान के लिए एयरपोर्ट पूरी तरह से तैयार है.
यह भी पढ़ें- जामा मस्जिद को बम से उड़ा देंगे, पोस्टर लगाकर दी धमकी
एडीएम प्रशासन अनिल मिश्र ने बताया कि योगी सरकार ने आजमगढ़ एयरपोर्ट के विस्तारिकरण के लिए सर्वे शुरू करा दिया है. विस्तारीकरण के लिए 670 एकड़ भूमि किसानों से ली जानी है. इसका मानचित्र जिला प्रशासन को प्राप्त हो चुका है, जिसके लिए सर्वे का कार्य अंतिम दौर में है. पहले फेज में 360 एकड़ और दूसरे फेज में 310 एकड़ भूमि का सर्वे हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में छोटे विमान के लिए हमारा एयरपोर्ट तैयार है. द्वितीय चरण में अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बनेगा. इसके लिए भूमि के सीमांकन का कार्य किया जा रहा है. उन्होने कहा कि 80 प्रतिशत से अधिक काश्तकारों से बात हुई है और भूमि देने के लिए तैयार है. उन्होने कहा कि जिला प्रशासन का कार्य एयरपोर्ट बनाना है और उड़ान भारतीय विमान पत्तन को शुरू करना है.