आजमगढ़: मंदुरी हवाई पट्टी के विस्तारीकरण (Manduri Airport Expansion Protest) के प्रस्ताव का विरोध प्रदर्शन जारी है. जिला प्रशासन लगातार स्थानीय ग्रामीणों को मनाने की कोशिश कर रहा है. लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है. सोमवार को एडीएम अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि मंदुरी में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का स्वरूप देने के लिए कुल 670 एकड़ भूमि का अधिग्रहण होना है. जिस पर लोगों की सहमति की आवश्यकता है. अगर इस मामले पर लोग सहमति नहीं बनती है तो इस पर अधिग्रहण की कार्रवाई की जाएगी.
एडीएम अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि पहले चरण में 360 एकड़ और दूसरे चरण में 310 एकड़ भूमि अधिग्रहण होना है. इसमें सबसे पहले गदनपुर हिच्छनपट्टी से 161 एकड़, बल्देव मंदुरी से 18 एकड़, जमुआ हरिराम का 53 एकड़, खिरिया से 7.9 एकड़ भूमि का अधिग्रहण होना है. वहीं मंदुरी से 8 एकड़, जमुआ हरिराम 118 एकड़, कादीपुर करनैला का 32 एकड़, हसनपुर का 60 एकड़, जमुआ बेलहा का 11 एकड़, जोधरा का 8 एकड़, इग्मानपुर का 26 एकड़ समेत कुल 310 एकड़ भूमि अधिग्रहण होना है. इसके अलावा ग्राम समाज की पहले चरण में 49 और दूसरे चरण में 45 एकड़ भूमि अधिग्रहित की जाएगी. एडीएम प्रशासन ने कहा कि सर्वे कराकर सरकार को प्रस्ताव भेज दिया गया कि किसमें कितने धन की जरूरत पड़ेगी.
एडीएम अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि लोगों की सहमति पत्र के आधार पर ही उनकी भूमि की रजिस्ट्री की जाएगी. इसके लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रही है. अगर सहमति नहीं बनती है, तब अधिग्रहण की कार्रवाई की जाएगी. जो भी दर होगा, उससे 4 गुना ज्यादा रेट लोगों को मिलेगा. उन्होंने कहा कि अभी तक की जो जानकारी मिली है, उसमें 10,000 लोग करीब प्रभावित होंगे. क्षेत्र का सर्वे कर इसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है. जैसे ही शासन की तरफ से इस पर निर्णय लिया जाएगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
यह भी पढ़ें: सांसद निरहुआ बोले, आजमगढ़ के विकास में नहीं छोड़ी जाएगी कोई कसर