अयोध्या : अयोध्या जनपद के इनायत नगर थाना क्षेत्र निवासी एक युवक ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नाम पर व्हाट्सएप पर एक ग्रुप बना दिया. इस ग्रुप में वरिष्ठ जेल अधीक्षक, एसपी सिटी, एसपी देहात के साथ अन्य अधिकारियों को भी जोड़ लिया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की सतत निगरानी का दावा करने वाली जनपद पुलिस अनजान रही. ग्रुप बनाने वाले शख्स ने खुद को मंडलीय जेल विजिटर बताकर वरिष्ठ जेल अधीक्षक पर धौंस जमाने की कोशिश की तो मामले का खुलासा हुआ. फिलहाल पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी और कूट रचना का मामला दर्ज किया है.
'अपराध निवारण संगठन ने मंडलीय जेल विजिटर बनाया'
बताया गया कि इनायत नगर थाना क्षेत्र के गांव पलिया लोहानी निवासी युवक हनुमान प्रसाद यादव किसी के माध्यम से अपराध निवारण संगठन नामक संस्था में जुड़ा. अपराध निवारण संगठन की ओर से उसको मंडलीय जेल विजिटर पद पर तैनात किया गया. मंडलीय जेल विजिटर बनाए जाने के बाद हनुमान प्रसाद यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के व्हाट्सएप पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नाम पर एक ग्रुप बनाया.
ग्रुप में पुलिस अधीक्षक नगर समेत अन्य अधिकारियों को जोड़ा
इस ग्रुप में वरिष्ठ जेल अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक नगर, अपर पुलिस अधीक्षक देहात समेत अन्य अधिकारियों को जोड़ दिया. खास बात यह रही कि प्रदेश सरकार और शासन के निर्देश पर कानून व्यवस्था और लोक शांति बनाए रखने के लिए राउंड-द-क्लॉक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की निगरानी के दावे की भी पोल खुल गई.
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर चल रहे खेल से पुलिस अनभिज्ञ
जिला पुलिस महकमे के आला अधिकारी के नाम ग्रुप बनाए जाने और राजपत्रित अधिकारियों समेत अन्य को इस ग्रुप में जोड़ने के बावजूद डिजिटल प्लेटफॉर्म पर चल रहे इस खेल से पुलिस विभाग अनभिज्ञ रहा. इसी बीच हनुमान प्रसाद यादव ने खुद को मंडलीय जेल विजिटर बताते हुए कारागार के निरीक्षण के लिए आने की बात कही.
इस तरह की किसी की तैनाती का कोई पत्र नहीं मिला था
जानकारी होने पर पता चला कि वरिष्ठ जेल अधीक्षक के कार्यालय को शासन की ओर से इस तरह की किसी तैनाती का कोई पत्र नहीं मिला था. जिसके चलते उन्होंने फोन करने वाले से यथा स्थिति जानने की कोशिश की तो फोन करने वाले हनुमान प्रसाद यादव ने धौंस दिखानी शुरू कर दी. इसके बाद वरिष्ठ जेल अधीक्षक बृजेश कुमार ने मामले की सूचना पुलिस के अधिकारियों को दी, फिर सर्विलांस सेल सक्रिय हुआ.
शासन अथवा जेल निदेशालय की ओर से विजिटर की तैनाती संबंधी कोई सूचना नहीं आई
वरिष्ठ जेल अधीक्षक बृजेश कुमार ने बताया कि व्हाट्सएप ग्रुप पर उनको जोड़े जाने की जानकारी मिलने के बाद तत्काल उन्होंने खुद को ग्रुप से बाहर कर लिया. ग्रुप बनाने वाले ने उनको फोन किया तो वह समझ गए कि कहीं न कहीं गड़बड़ है. क्योंकि शासन अथवा जेल निदेशालय की ओर से विजिटर की तैनाती संबंधी कोई सूचना नहीं आई थी. जिसके बाद तत्काल उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस विभाग को दी.
नवीन मंडी ओवर ब्रिज के पास से हनुमान गिरफ्तार
सोमवार को जनपद पुलिस कार्यालय की ओर से बताया गया कि नगर कोतवाली पुलिस ने नवीन मंडी ओवर ब्रिज के पास से हनुमान प्रसाद यादव को गिरफ्तार कर लिया गया. वह इनायतनगर थाना के गांव पलिया लोहानी का रहने वाला है. पुलिस ने उसके पास से एसएसपी के नाम पर व्हाट्सएप ग्रुप बनाने और ग्रुप पर डीआईजी/एसएसपी की फोटो लगाने तथा जेल अधीक्षक को फोन कर मंडल कारागार का मुआयना कराने के संबंध में धमकाने में प्रयुक्त मोबाइल और परिचय पत्र बरामद किया है. पुलिस ने हनुमान प्रसाद यादव के खिलाफ चालान कर धोखाधड़ी और कूट रचना की रिपोर्ट दर्ज की है.