अयोध्या: विश्व हिंदू परिषद ने दक्षिण भारत से राम नगरी पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की है. विहिप के प्रांतीय प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर कहा है कि कोरोना वायरस का सबसे अधिक संक्रमण दक्षिण भारत में है. इसलिए हजारों की संख्या में अयोध्या वाले आने वाले दक्षिण भारतीय श्रद्धालुओं पर रोक लगनी चाहिए.
जानिए क्या बोले प्रवक्ता शरद शर्मा
विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए अयोध्या के संत, धर्माचार्यों ने रामनवमी पर विशेष आयोजन न करने का निर्णय लिया है. साथ ही संत प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के अपील पर 'जनता कर्फ्यू' का पालन करने को तैयार हैं. इस दौरान अनुष्ठान, पूजन, परिक्रमा जैसे धार्मिक आयोजनों में श्रद्धालुओं को सामूहिक रूप से एकत्रित न होने की अपील भी जारी की जा रही है. वहीं दूसरी ओर दक्षिण भारत के राज्यों से निरंतर श्रद्धालुओं की भीड़ राम नगरी में आ रही है. यह एक चिंता का विषय है.
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शरद शर्मा ने कहा कि दक्षिण भारत में कोरोना ग्रस्त मरीजों की संख्या अधिक है. इसलिए श्रद्धालुओं के अयोध्या आगमन पर रोक लगनी चाहिए. साथ ही अयोध्या के मठ-मंदिरों में संतों की पीड़ा दक्षिण राज्यों से निरंतर आ रहे श्रद्धालुओं को लेकर साफ दिख रही है. नित्य सामूहिक रूप से सैकड़ों की संख्या मे महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल और कर्नाटक से श्रद्धालु दर्शन हेतु आ रहे हैं, जबकि भारत में सबसे अधिक कोरोना वायरस का प्रभाव महाराष्ट्र जैसे दक्षिण राज्यों में हैं.