अयोध्या: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र के दौरे से ठीक एक दिन पूर्व संध्या पर मीडिया से बातचीत की. उन्होंने नृपेंद्र मिश्र के दौरे को बतौर ट्रस्टी बेहद खास बताया. अनिल मिश्र ने कहा कि अब राम भक्तों को रामलला के दर्शन नजदीक से होंगे. अस्थाई मंदिर निर्माण को लेकर ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है जिससे सुरक्षा भी बनी रहेगी और चारों भाइयों के दर्शन भी अच्छे से हो जाएंगे.
डॉ. अनिल मिश्र ने कहा कि अब भक्तों को रामलला के दर्शन के लिए कम चलना होगा. अभी तक बहुत लंबी लाइन में थ्री लेयर सुरक्षा से गुजरना पड़ता था. हम सभी का विश्वास है कि इस राम नवमी से ही जोकि 2 अप्रैल से शुरू हो रही है, उसमें राम भक्त नजदीक से रामलला का दर्शन कर सकेंगे. फिलहाल ट्रस्ट इस वक्त इसी कोशिश में लगा हुआ है.
नजदीक से होंगे रामलला के दर्शन
ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने कहा कि अभी राम भक्त रामलला के दर्शन दूर से करते हैं, जिससे बाल स्वरूप का दर्शन नहीं हो पाता है. रामलला की सुरक्षा को ध्यान में रख कर ही दर्शन व्यवस्था बनाई जा रही है. रामलला को बुलेट प्रूफ कॉटेज में शिफ्ट करते हुए ये व्यवस्था बनाई जा रही है. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अग्रिम बैठक, जिसमें सभी सदस्य शामिल होंगे, बहुत जल्द होगी. होली के बाद ये बैठक होने की संभावना है.
...इसलिए आ रहे हैं ट्रस्ट के चेयरमैन
उन्होंने बताया कि रामलला परिसर में क्रेन से बड़े पत्थरों को हटाने का काम हो रहा है. 29 फरवरी को अयोध्या में रामलला का दर्शन और अस्थाई मंदिर निर्माण को देखने के लिए ही समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र आ रहे हैं. रामलला परिसर क्षेत्र का दौरा करते हुए उसमें बदलाव और अस्थाई निर्माण की स्थिति का जायज़ा लेंगे और मंदिर निर्माण को लेकर क्षेत्रीय ट्रस्टियों से चर्चा भी होगी.
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