अयोध्याः मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन जन्मस्थली अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर में चल रहे मंदिर निर्माण कार्य की समीक्षा को लेकर रविवार को ट्रस्ट के पदाधिकारियों और राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने बैठक की और जायजा लिया.बैठक में कार्यदायी संस्था एलएंडटी और टाटा कंसल्टेंसी के तकनीकी सलाहकार भी मौजूद रहे. प्रोजेक्टर के द्वारा स्क्रीन पर प्रेजेंटेशन के जरिए आगे के निर्माण की प्रक्रिया को समझाया गया.
दो दिन चली इस बैठक में राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र, राम जन्म भूमि के सुरक्षा सलाहकार केके शर्मा, एसीएस होम अवनीश अवस्थी, ट्रस्ट के सदस्य व एलएनटी टाटा कंसल्टेंसी के एक्सपर्ट मौजूद रहे. बैठक के दौरान मंदिर निर्माण के साथ-साथ अयोध्या को आधुनिक सुरक्षा उपकरणों से लैस करने को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया.
तय हुआ कि मॉडर्न कंट्रोल रूम से पूरे अयोध्या की निगरानी की जाएगी. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा कि कार्य की प्रगति तय अवधि के अनुरूप चल रही है. प्लिंथ के निर्माण में ग्रेनाइट स्टोन लगाए जा रहे हैं. बंसी पहाड़पुर के 17000 ग्रेनाइट स्टोन अयोध्या पहुंच चुके हैं. प्लिंथ में ग्रेनाइट पत्थर लगाए जा रहे हैं. इस समय पहली लेयर का काम चल रहा है. प्रतिदिन 20 से 25 पत्थर लगाए जा रहे. आने वाले समय में कैसे 80 से 100 पत्थर लगाए जाएं इस पर मंथन चल रहा है.
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गौरतलब है कि वर्ष 2023 के दिसंबर माह तक गर्भ गृह में रामलला को स्थापित कर श्रद्धालुओं को दर्शन कराने का लक्ष्य रखा गया है. बैठक में प्लिंथ के निर्माण कार्य, रिटेनिंग वॉल के कार्य पर विस्तृत चर्चा हुई है. उम्मीद है कि मई और जून के बाद गर्भ गृह का बंसी पहाड़पुर के पत्थर से काम शुरू हो जाएगा. वहीं, राम मंदिर की सुरक्षा भी आधुनिक होगी औए मैन पावर कम होगा. अनिल मिश्र ने बताया कि राम मंदिर के साथ-साथ अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था हाईटेक होगी.
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