लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir in Ayodhya) के निर्माण के साथ ही वहां पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश की सरकार की ओर से लगातार कई बड़े कदम उठाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में जहां जनवरी 2024 में रामलीला का भव्य मंदिर में भगवान की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी. वहीं इससे पहले सरयू नदी में वाराणसी में गंगा नदी पर चलने वाले वाटर क्रूज़ और वाटर बोट हाउस की सुविधा को भी शुरू करने की तैयारी चल रही है.
अयोध्या में वाटर क्रूज़ और वाटर हाउस (Water cruise and water house in Ayodhya) को लेकर उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार सरयू नदी में पहला वाटरक्रूज दीपावली के अवसर पर चलाने की तैयारी है. अक्टूबर माह में दीपावली के अवसर पर अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव में इस सुविधा का शुभारंभ करने का पूरा प्लान तैयार किया जा रहा है. वही अगले साल जनवरी में सरयू नदी में वाटर बोर्ड की सुविधा भी शुरू करने की तैयारी की जा रही है.
पर्यटन विभाग (Uttar Pradesh Tourism Department) के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि सरयू नदी में वाटरक्रूज नामकरण किया गया है. इसे कनक और उसका नाम दिया गया है. विभाग की कोशिश है कि दीपोत्सव के अवसर पर वहां पहुंचने वाले पर्यटक इस सुविधा का आनंद उठा सकते हैं. दीपोत्सव पर कुछ और व्हाट हाउस में सरयू नदी के जल धारा में पर्यटक जलविहार करने का अयोध्या के घाटों को देखने का अवसर मिलेगा. उन्होंने बताया कि राम नगरी में पवित्र सरयू नदी में कनक और पुष्पक हाउसबोट व वाटरप्रूफ जलविहार कराकर पर्यटकों को लाभ पहुंचाने राम जन्मभूमि पर राम मंदिर के निर्माण के साथ ही राम नगरी की वैश्विक पर्यटन के सर्किट स्थापित किया जा रहा है.
प्रमुख सचिव ने बताया कि अयोध्या क्रूज इनके अलावा अलकनंदा कुछ लाइन भी सरयू में क्रूज चलाने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए वाटरक्रूज का संचालन करने वाली कंपनी के साथ विभाग की बातचीत अंतिम दौर में है. मुकेश मेश्राम ने बताया कि अयोध्या में चलने वाला वाटरक्रूज वाराणसी में चलने वाले वाटरक्रूज से अलग. सरयू नदी में डबल डेकर वाटरक्रूज का संचालन किया जाएगा जो एडवांस टेक्नोलॉजी पर आधारित होगा.
गुप्तार घाट में बनेगा कवर्ड शेड: मुकेश मेश्राम ने बताया कि अक्टूबर माह में वाटरक्रूज़ चलाने की तैयारी है इसके लिए गुप्तार घाट पर कवर्ड शेड में इसका निर्माण किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि यह वाटरक्रूज 25 मीटर लंबा और 8.3 मीटर चौड़ा होगा. सौर ऊर्जा पर संचालित किया जाएगा, इसे सरयू नदी में ना तो प्रदूषण होगा. पर्यावरण को इससे कोई नुकसान होगा.
वाटरक्रूज़ के पहले तल पर 100 पर्यटकों के बैठने का इंतजाम होगा जबकि ऊपर तल पूरी तरह से खाली होगा. यहां पर श्रद्धालु खड़े होकर सरयू विहार का आनंद ले सकेंगे. इसके अलावा वाटरक्रूज में सेल्फी प्वाइंट डिजिटल स्क्रीन लगाया जा रहा है. इस पर अयोध्या से जुड़े हुए धार्मिक स्थलों व पर्यटक स्थलों का नजारा भी ऑनलाइन दिखाया जाएगा.
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