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धर्माचार्यों ने स्वामी रामवल्लभा शरण को दी श्रद्धाजंलि

स्वामी रामवल्लभाशरण उच्चकोटि के संत थे. उन पर भगवान श्री सीताराम और हनुमानजी आदि सभी देवताओं की विशेष कृपा थी. स्वामी रामवल्लभाशरण ने त्याग और तपस्या से बड़ी संख्या में लोगों का कल्याण किया. साधु समाज ने उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी.

स्वामी रामवल्लभा शरण को श्रद्धाजंलि दी.
स्वामी रामवल्लभा शरण को श्रद्धाजंलि दी.
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Published : Nov 24, 2020, 4:47 PM IST

अयोध्याः प्रसिद्ध वैष्णवपीठ श्रीरामवल्लभाकुञ्ज के संस्थापक आचार्य स्वामी रामवल्लभाशरण को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धापूर्वक याद किया गया. इस अवसर पर धर्माचार्यों ने उन्हें सिद्ध संतों में अग्रणी बताया. कहा कि उन्हीं की तपस्या से रोज हजारों लोगों का कल्याण हो रहा है. उन्होंने अपनी तपस्या के बल पर बड़ी संख्या में लोक कल्याण किया.

स्वामी रामवल्लभा शरण के चित्रपट का किया पूजन
राम आश्रम के महंत जयराम दास, महंत बलराम दास सहित बड़ी संख्या में संत-महंतों श्रद्धालुओं ने स्वामी रामवल्लभा शरण के चित्रपट का पूजन कर उन्हें याद किया। इस अवसर पर श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास, रामकथा कुंज के महंत डॉक्टर रामानंद दास, अयोध्या संत समिति के महंत कन्हैयादास रामायणी, महंत कमलादास रामायणी, सिद्धपीठ नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास महाराज, अयोध्या एडवर्ड तीर्थ विवेचनी सभा के अध्यक्ष और श्रीराम वल्लभाकुञ्ज के अधिकारी स्वामी राजकुमार दास, जगद्गुरु रामानंदाचार्य रामदिनेशाचार्य, महंत जनमेजय शरण, महंत अवधेश कुमार दास, मधुकरी संत एमबी दास, मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, भाजपा महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्र, अयोध्या विकास प्राधिकरण बोर्ड के सदस्य परमानंद मिश्र आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे l

उनकी त्याग और तपस्या से वैष्णवधर्म हो रहा आलोकित
महंत कमलनयन दास ने कहा कि स्वामी राम वल्लभाशरण से उच्चकोटि के संत थे. उनकी त्याग और तपस्या से वैष्णवधर्म आलोकित हो रहा है. उन्होंने कहा कि स्वामी रामवल्लभाशरण उच्चकोटि के संत थे. उन पर भगवान श्री सीताराम और हनुमानजी आदि सभी देवताओं की विशेष कृपा थी। स्वामी रामवल्लभाशरण ने त्याग और तपस्या से बड़ी संख्या में लोगों का कल्याण किया।

श्रीरामवल्लभा कुञ्ज हमेशा से ही त्याग और तपस्या की स्थली रही
श्रीरामवल्लभाकुञ्ज के महंत रामशंकर दास ने कहा कि श्रीरामवल्लभा कुञ्ज हमेशा से ही त्याग और तपस्या की स्थली रही है. स्वामी रामवल्लभा शरण महाराज द्वारा स्थापित मूल्यों की रक्षा एवं प्रसार में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने दी जाएगी।

सिद्धांतों का पालन करना हमारा दायित्व
मंदिर के प्रमुख स्वामी राजकुमार दास ने कहा कि आज संस्थापक आचार्य के सिद्धांतों का पालन करना हम सबका दायित्व है. इसका निर्वहन भली-भांति किया जा रहा है. इस अवसर पर आचार्य राजेंद्र शास्त्री , शैलेन्द्र शास्त्री, अवधेश तिवारी का सहयोग रहा।

अयोध्याः प्रसिद्ध वैष्णवपीठ श्रीरामवल्लभाकुञ्ज के संस्थापक आचार्य स्वामी रामवल्लभाशरण को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धापूर्वक याद किया गया. इस अवसर पर धर्माचार्यों ने उन्हें सिद्ध संतों में अग्रणी बताया. कहा कि उन्हीं की तपस्या से रोज हजारों लोगों का कल्याण हो रहा है. उन्होंने अपनी तपस्या के बल पर बड़ी संख्या में लोक कल्याण किया.

स्वामी रामवल्लभा शरण के चित्रपट का किया पूजन
राम आश्रम के महंत जयराम दास, महंत बलराम दास सहित बड़ी संख्या में संत-महंतों श्रद्धालुओं ने स्वामी रामवल्लभा शरण के चित्रपट का पूजन कर उन्हें याद किया। इस अवसर पर श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास, रामकथा कुंज के महंत डॉक्टर रामानंद दास, अयोध्या संत समिति के महंत कन्हैयादास रामायणी, महंत कमलादास रामायणी, सिद्धपीठ नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास महाराज, अयोध्या एडवर्ड तीर्थ विवेचनी सभा के अध्यक्ष और श्रीराम वल्लभाकुञ्ज के अधिकारी स्वामी राजकुमार दास, जगद्गुरु रामानंदाचार्य रामदिनेशाचार्य, महंत जनमेजय शरण, महंत अवधेश कुमार दास, मधुकरी संत एमबी दास, मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, भाजपा महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्र, अयोध्या विकास प्राधिकरण बोर्ड के सदस्य परमानंद मिश्र आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे l

उनकी त्याग और तपस्या से वैष्णवधर्म हो रहा आलोकित
महंत कमलनयन दास ने कहा कि स्वामी राम वल्लभाशरण से उच्चकोटि के संत थे. उनकी त्याग और तपस्या से वैष्णवधर्म आलोकित हो रहा है. उन्होंने कहा कि स्वामी रामवल्लभाशरण उच्चकोटि के संत थे. उन पर भगवान श्री सीताराम और हनुमानजी आदि सभी देवताओं की विशेष कृपा थी। स्वामी रामवल्लभाशरण ने त्याग और तपस्या से बड़ी संख्या में लोगों का कल्याण किया।

श्रीरामवल्लभा कुञ्ज हमेशा से ही त्याग और तपस्या की स्थली रही
श्रीरामवल्लभाकुञ्ज के महंत रामशंकर दास ने कहा कि श्रीरामवल्लभा कुञ्ज हमेशा से ही त्याग और तपस्या की स्थली रही है. स्वामी रामवल्लभा शरण महाराज द्वारा स्थापित मूल्यों की रक्षा एवं प्रसार में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होने दी जाएगी।

सिद्धांतों का पालन करना हमारा दायित्व
मंदिर के प्रमुख स्वामी राजकुमार दास ने कहा कि आज संस्थापक आचार्य के सिद्धांतों का पालन करना हम सबका दायित्व है. इसका निर्वहन भली-भांति किया जा रहा है. इस अवसर पर आचार्य राजेंद्र शास्त्री , शैलेन्द्र शास्त्री, अवधेश तिवारी का सहयोग रहा।

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