अयोध्या: भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अयोध्या पहुंचकर रामजन्मभूमि मामले को एकदम सीधा सा केस बताया. उन्होंने कहा कि ये मुद्दा हिन्दू-मुस्लिम के बीच का नहीं है.
शिया समुदाय जमीन देने को तैयार
एक मामला और सामने आ गया है. ये जमीन जिसका मालिकाना हक सुन्नी वक्फ कहता आया है, लेकिन शिया बोर्ड के हक में सारे पेपर जा रहे हैं. अगर शिया की बात पर गौर करें तो ये जमीन का वो क्षेत्र भी शिया समुदाय का हुआ और शिया समुदाय हमेशा से जमीन मंदिर को देने के लिए तैयार है.
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पूरे क्षेत्र को नरसिम्हा राव ने सरकारी संपत्ति घोषित किया था
इसके अलावा भी 67.4 एकड़ ज़मीन सरकारी संपत्ति घोषित है जिसपर कोई विवाद नहीं. उसपर काम शुरू होना चाहिए. क्योंकि संविधान की धारा 300A के अनुसार क्षेत्र को पीवी नरसिम्हा राव ने सरकारी संपत्ति घोषित किया था. इसमें कोई विवाद नहीं है. इसके पहले चलें तो जो भी कमिटमेंट जमीन को लेकर नरसिम्हा राव ने उस वक्त की थी. उसके तहत ये आसानी से सॉल्व हो जाता. उस वक्त नरसिम्हा राव ने सुप्रीम कोर्ट में जवाब देते हुए कहा था कि यदि ढांचे के पहले मंदिर होने के अवशेष मिलते हैं तो ये स्थान मंदिर को जाएगा. ये तो एक पीएम के कमिटमेंट को पूरा करने से भी सॉल्व हो जाता.