अयोध्या: पिछले दो वर्षों से कोरोना महामारी के चलते बेरौनक ईद के त्यौहार को लेकर अबकी अयोध्या जिला प्रशासन ने बड़ी तैयारी की है. साथ ही परंपरागत रूप से ईद की नमाज आयोजित करने से लेकर अन्य कई खास व्यवस्थाएं की गई हैं. बताया गया कि अबकी पूरे जनपद में करीब 500 स्थानों पर ईद की नमाज का आयोजन होगा. जिसके लिए जिला प्रशासन ने पीस कमेटी की बैठकों के जरिए मुस्लिम समुदाय के लोगों से विचार विमर्श किया है. जिलाधिकारी नीतीश कुमार की अध्यक्षता में रमजान के अंतिम शुक्रवार व ईद-उल-फितर के मौके पर शांति, सुरक्षा व अन्य विभागीय व्यवस्थाओं के बाबत मुस्लिम समुदाय के धार्मिक व प्रबुद्व नागरिकों और पुलिस व संबंधित विभागों के अधिकारियों संग कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक हुई. इस दौरान जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि स्थानीय चंद्र दर्शन के मुताबिक जनपद में ईद-उल-फितर का त्यौहार आगामी 3 मई को मनाया जाना संभावित है.
जिलाधिकारी ने बताया कि ईद-उल-फितर को शांतिपूर्ण व सकुशल संपन्न कराने को नामित जोनल मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट व स्टेटिक मजिस्ट्रेटों को निर्देश दिए गए हैं कि प्रातः ईद की नमाज के दो घंटे पूर्व से अपने तैनाती स्थल पर उपस्थित रहकर त्यौहार की समाप्ति तक शांति, सुरक्षा व कानून-व्यवस्था, पुलिस अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर सुनिश्चित करें. इतना ही नहीं उन्होंने नगर निगम को साफ-सफाई व्यवस्था और बेहतर करने के साथ-साथ अवारा पशुओं को रोकने के लिए व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा है.
वहीं, लोक निर्माण विभाग की ओर से समय पर संबंधित सड़कों की मरम्मत, विद्युत विभाग से त्यौहार के दिन अनवरत विद्युत आपूर्ति, तारों व पोलों के ठीक रख रखना सुनिश्चित किए जाने के बारे में भी निर्देश दिए गए हैं. जिलाधिकारी ने समस्त उपजिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों में शांति, सुरक्षा, कानून व यातायात व्यवस्था को सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने कहा कि अयोध्या के समावेशी विकास के लिए सभी समुदाय के लोगों की सहभागिता जरूरी है.
उपद्रवियों पर होगी खास नजर: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने कहा कि जिन-जिन धार्मिक स्थलों पर नमाज अदा की जाएगी, वहां पर्याप्त पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित की जाएंगी. इसके साथ ही आने जाने वालों को बेहतर आवागमन की व्यवस्था देने से लेकर असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाएगी. उन्होंने पुलिस अधीक्षक नगर व ग्रामीण को असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रखने और किसी भी प्रकार के अवांछनीय कार्य करने वालों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार के व्यवधान उत्पन्न करने वाले के प्रति वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
आगे उन्होंने कहा कि बाड़ा संचालकों से मनपत्र भरवा कर उन्हें नोटिस दे दिया जाए कि अपने किसी भी पशु को अपने निर्धारित बाड़े में रखें. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर बनाए रखे और 24 घंटे सक्रिय रहे. कोई भी एक्टिविटी हाईलाइट होने पर तत्काल संज्ञान लेकर कार्रवाई सुनिश्चित करें. आखिर में उन्होंने अपील की, कि स्वयं व अपने आसपास के समुदायों को सर्तक करें कि वह अफवाहों को आगे प्रसारित न करें और उसकी सूचना तत्काल अपने नजदीकी थाने को दें. दोषियों पर तत्काल कार्रवाई होगी.
इन स्थानों पर तैनात होंगे अधिकारी: सुरक्षा की दृष्टि से अपर जिला मजिस्ट्रेट कानून-व्यवस्था जितेंद्र कुमार कुशवाहा को थाना कोतवाली नगर एवं थाना कैंट क्षेत्र व अपर जिला मजिस्ट्रेट प्रभाकर कांत अवस्थी को संपूर्ण रूदौली क्षेत्र का जोनल मजिस्ट्रेट नामित किया गया है. साथ ही सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर डिप्टी कलेक्टर देवेंद्र प्रताप सिंह को चौक से फतेहगंज और नाका मुजफ्फरा, डिप्टी कलेक्टर मनोज कुमार श्रीवास्तव को चौक से रिकाबगंज से कसाबबाड़ा व मकबरा, सहायक अभिलेख अधिकारी भानु सिंह को फतेहगंज से वजीरगंज जप्ती और देवकाली, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह को बेनीगंज से साहबगंज व गुदड़ीबाजार,
उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी शैलेंद्र प्रताप सिंह को गुदड़ी बाजार से राठहवेली और दिल्ली दरवाजा से कश्मीरी मोहल्ला, जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार पांडेय को गुदड़ीबाजार से नियावा और हसनू कटरा से ककरही बाजार, उपायुक्त उद्योग आशुतोष सिंह को रिकाबगंज से सहादतगंज व मोहदा से घोसियाना तक और अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत उमेश चंद्र को चौक से हैदरगंज से वजीरगंज जप्ती तक नामित किया है.
वहीं, जिला मजिस्ट्रेट ने इसी क्रम में 49 स्टेटिक मजिस्ट्रेटों को विभिन्न क्षेत्रों का प्रभारी नामित किया है और 12 मजिस्ट्रेटों को आरक्षित श्रेणी में रखा है. उन्होंने कहा कि यदि किसी अधिकारी का स्थानान्तरण होता है या वो अवकाश पर होता है तो उनके प्रतिस्थानी की ओर से ड्यूटी का निर्वहन स्वतः किया जाएगा. इतना ही नहीं नगर मजिस्ट्रेट और रेजीडेंट मजिस्ट्रेट अपने-अपने सम्पूर्ण आवंटित क्षेत्र और समस्त उपजिला मजिस्ट्रेट अपनी-अपनी तहसील क्षेत्र की लोक शांति, सुरक्षा, कानून व यातायात व्यवस्था के प्रभारी होंगे.
इधर, समस्त उप जिला मजिस्ट्रेट आवश्यकतानुसार अपने स्तर से अधीनस्थ स्टाफ की ड्यूटी लगाकर अवगत कराएंगे और सतर्क दृष्टि रखते हुए अपने-अपने संपूर्ण क्षेत्र में शांति व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे. वहीं, अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर) संपूर्ण नगर क्षेत्र अयोध्या और अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) संपूर्ण ग्रामीण क्षेत्र अयोध्या की शांति व्यवस्था के नोडल प्रभारी होंगे. साथ ही सभी संबंधित अधिकारीगण अपर पुलिस अधीक्षक, नगर/अपर पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण एवं पुलिस क्षेत्राधिकारियों से आवश्यकतानुसार समन्वय स्थापित कर शांति व्यवस्था बनाए रखेंगे.
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