अयोध्या: पराली जलाने के नाम पर किसानों के ऊपर फर्जी कार्रवाई और गन्ना किसानों के भुगतान के मामले को लेकर मंगलवार को अयोध्या में समाजवादी युवजन सभा ने विरोध प्रदर्शन किया. अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत समाजवादी युवजन सभा के कार्यकर्ताओं ने गुलाब बाड़ी स्थित सपा कार्यालय से एक जुलूस निकाला. इसे लेकर वह कलेक्ट्रेट परिसर जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया. इसके बाद कार्यकर्ता सड़क पर ही बैठकर नारेबाजी करने लगे और वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे. इस दौरान पुलिस के साथ सपा कार्यकर्ताओं ने धक्का-मुक्की भी की.
सड़क पर बैठ गए कार्यकर्ता
6 सूत्रीय मांगों के समर्थन में समाजवादी युवजन सभा ने नारेबाज़ी करते हुए प्रदर्शन किया. गुलाबबाड़ी स्थित सपा कार्यालय लोहिया भवन से दर्जनों युवजन सभा के कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष युवजन सभा जय सिंह यादव की अगुवाई में जुलूस निकाला और नारेबाजी की. इस दौरान पुलिस ने गुलाबबाड़ी चौराहे से पहले ही आंदोलित युवजन सभा के कार्यकर्ताओं को रोक लिया, जिससे नाराज़ युवजन सभा के कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए. मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट सत्यप्रकाश ने प्रदर्शन कर रहे समाजवादी युवजन सभा के जिलाध्यक्ष जयसिंह यादव से वार्ता की और उनके द्वारा दिए गए छह सूत्रीय ज्ञापन को लेकर राज्यपाल को भेजने का आश्वासन दिया.
मजिस्ट्रेट के आश्वासन के बाद शांत हुआ प्रदर्शन
विरोध प्रदर्शन कर रहे समाजवादी युवजन सभा के कार्यकर्ताओं ने अपने मांग पत्र में मांग की है कि पराली जलाने के नाम पर किसानों पर हो रहे उत्पीड़न को रोकने के साथ पराली के लिए उपयुक्त व्यवस्था की जाए. धान, क्रय केंद्रों पर बिचौलियों के शोषण से किसानों को बचाया जाए. गन्ना किसानों का बकाया भुगतान जल्द किया जाए. इसके अलावा पत्र में आमजन के दैनिक उपयोग की चीज़ों पर बढ़े दामों को रोकने और सभी वर्ग के छात्रों को छात्रवृति दिए जाने की मांग शामिल है. विरोध प्रदर्शन के दौरान घंटों अफरा-तफरी का माहौल रहा.
पराली जलाने के मामले पर सरकार सख्त
हवा में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर गंभीर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला देकर पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ लगातार मुकदमे दर्ज करने की कार्रवाई चल रही है. इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है. आरोप लगाया है कि जानबूझकर योगी सरकार किसानों के साथ अत्याचार कर रही है. आज का आंदोलन भी इसी मुद्दे को लेकर किया गया था.