अयोध्या : आवारा पशुओं के मुद्दे को लेकर विपक्ष आगामी विधानसभा चुनाव 2022 (assembly election 2022) में सत्तारूढ़ दल के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ने की तैयारी में है. इस सिलसिले में अयोध्या में समाजवादी पार्टी एक सत्याग्रह आंदोलन करने जा रही है.
बता दें कि साल 2022 में प्रस्तावित उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों को लेकर सियासत गर्म हो रही है. एक तरफ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दल के नेता बीते साढ़े 4 साल में किए गए विकास कार्यों का हवाला देकर सत्ता में वापसी के प्रयास कर रहे हैं. वहीं, विपक्षी दल सपा, बसपा व कांग्रेस ने भाजपा शासनकाल में किए गए विकास कार्यों में भ्रष्टाचार और सरकार पर गलत नीतियां लागू करने के आरोपों के साथ सत्ता परिवर्तन के लिए आंदोलन का रास्ता चुनने का फैसला लिया है.
विपक्ष सत्तारूढ़ दल के खिलाफ आवारा पशुओं के मुद्दे को एक बड़े हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की तैयारी में है. इसी क्रम में अयोध्या में समाजवादी पार्टी एक सत्याग्रह आंदोलन शुरू करने जा रही है. इसके जरिए आवारा जानवरों के हमले में मारी गई एक शिक्षिका और दो अन्य व्यक्तियों के घायल होने के मामले को तूल देने जा रही है.
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छुट्टा जानवरों के हमले में अयोध्या में हुई थी शिक्षिका की मौत
इस संबंध में सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे मिल्कीपुर से पूर्व विधायक अवधेश प्रसाद ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र मिल्कीपुर में 15 दिन के अंदर छुट्टा जानवरों ने आशा बहू समेत 3 लोगों पर हमला किया. इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई. एक का इलाज लखनऊ व दूसरे का इलाज अयोध्या में चल रहा है.
कहा कि प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ समाजवादी पार्टी 26 अक्टूबर को शहर के गांधी पार्क में सत्याग्रह करेगी. सरकार से यह मांग करेगी कि छुट्टा जानवरों को हटाने के लिए कोई विकल्प तलाश किया जाए. छुट्टा जानवर किसानों की फसल चौपट कर रहे हैं. कहा कि किसान पूंजी लगाकर फसल उगाता है, उसके बाद छुट्टा जानवर है जो उसे बर्बाद कर देते हैं. इस मुद्दे पर प्रदेश के मुख्यमंत्री को आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है. ऐसा न होने पर किसानों और आम जनता की समस्या को देखते हुए समाजवादी पार्टी एक बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी.