अयोध्याः कोरोना संक्रमण कम हुआ है, खत्म नहीं. खतरा अभी बरकरार है, ये बात चिकित्सा विशेषज्ञ बार-बार कह रहे हैं लेकिन न जनता इस पर ध्यान दे रही है न प्रशासन. बात हो रही है अयोध्या जिले की. अयोध्या में स्पष्ट रूप से निर्देश है कि मंदिरों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 5 -5 श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति है. अब तो प्रसाद चढ़ाने पर भी रोक लगाई गई है. बावजूद इसके हजारों लोग भीड़ का हिस्सा बनकर मंदिरों में दर्शन करने पहुंच रहे हैं. बीते मंगलवार को अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर परिसर में कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई गईं और प्रशासन रूट डायवर्जन में उलझा रहा. आज (शनिवार) को फिर से रूट डायवर्जन है.
मंगलवार और शनिवार को डायवर्जन
ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले मंगलवार और शनिवार को धार्मिक नगरी अयोध्या में उमड़ने वाली भीड़ को बेहतर यातायात व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए अयोध्या पुलिस ने रूट डायवर्जन का प्लान बना दिया है. इतना ही नहीं, अयोध्या पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन ना करने वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. इसके अतिरिक्त इस बार नया निर्देश जारी करते हुए पुलिस ने मंदिरों में प्रसाद चढ़ाने पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है लेकिन कोविड प्रोटोकॉल आज भी कितना पालन होगा, यह देखने वाली बात होगी.
शहर से आने वाले वाहनों को इन रास्तों पर किया जाएगा डायवर्ट
फैजाबाद शहर की तरफ से अयोध्या आने वाले कामर्शियल वाहन/आटो विक्रम वाहनों का गुप्ता होटल से प्रवेश पूर्णतः वर्जित रहेगा व महोवरा चौराहा, आशिफ बाग चौराहा, रामघाट चौराहा, बालुघाट बैरियर से नयाघाट तक जाएंगे व उसी रास्ते फैजाबाद शहर की तरफ जाएंगे. अयोध्या धाम में निवास करने वाले लोग परिक्रमा मार्ग के रास्ते गैस गोदाम, चक्रतीर्थ व महोवरा होते हुए अपने गंतव्य को जाएंगे. फैजाबाद शहर से अयोध्या धाम दर्शन के लिए आने वाले चार पहिया वाहन क्रॉसिंग-3 तक ही आ सकेंगे. फैजाबाद शहर से अयोध्या धाम दर्शन के लिए आने वाले दो पहिया वाहन पुराना बस अड्डा तक ही आएंगे.
गोंडा से आने वाले वाहनों को लक्कड़मंडी से कर दिया जाएगा डायवर्ट
गोण्डा की तरफ से आने वाले सभी प्रकार के बड़े वाहनों को लकडमंडी से हाइवे की तरफ डायवर्ट किया जाएगा. श्रद्धालुओं के दो पहिया वाहन लकडमंडी तिराहा के रास्ते दुर्गागंज माझा बैरियर तक ही आएंगे. बाह्य जनपदों से आने वाले सभी प्रकार के वाहन साकेत पेट्रोल पंप बैरियर तक ही आएंगे. बन्धा तिराहा (नयाघाट) से अन्दर आने वाले सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश पूर्णतः वर्जित रहेगा.
मंदिरों में प्रसाद चढ़ाने की नहीं होगी अनुमति
अयोध्या धाम में आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन महोवरा चौराहा, आशिफ बाग चौराहा, रामघाट चौराहा, दीनबन्धु तिराहा बैरियर से प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. अयोध्या धाम से फैजाबाद शहर की तरफ जाने वाले वाहन गुप्ता होटल से जाएंगे. नयाघाट से फैजाबाद शहर कि तरफ आने वाले आटोे विक्रम साकेत बैरियर, बालुघाट बैरियर, रामघाट चौराहा, आशिफबाग, महोवरा चौराहा, गुप्ता होटल से जाएंगे. किसी भी प्रकार का प्रसाद (मिष्ठान) मन्दिर में पूर्णतया प्रतिबन्धित है.
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कोरोना के खतरे को नजरअंदाज कर रहा है जिला प्रशासन
बीते कुछ दिनों में संक्रमण दर कम होने के बाद प्रदेश के सभी शहरों को अनलॉक कर दिया गया है लेकिन इसका मतलब कतई यह नहीं कहा जा सकता है कि खतरा कम हो गया है. बीते मंगलवार को अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर परिसर में उड़ाई गई कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां और भीड़ भाड़ ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिरकार जिला प्रशासन सख्ती से प्रोटोकॉल का पालन कराने की जगह अयोध्या आने वाली भीड़ को और बेहतर व्यवस्था देने के लिए क्यों इतनी मेहनत कर रहा है. जबकि स्पष्ट रूप से निर्देश है कि मंदिरों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 5 -5 श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति है. बावजूद इसके हजारों लोग भीड़ का हिस्सा बनकर मंदिरों में दर्शन करने पहुंच रहे हैं. अगर इतना प्रयास कोविड-19 प्रोटो का पालन कराने में किया जाता तो शायद आम श्रद्धालुओं और शहर के लोगों को संक्रमण के खतरे से बचाया जा सकता है.