अयोध्या: मुख्यमंत्री योगी की सरकार बने लगभग 3 साल पूरे हो चुके हैं. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद की उन्होंने अयोध्या को स्वर्ग बनाने का दावा किया था. जिसके लिए सरकार ने साफ सुथरी मंशा के साथ अरबों का बजट भी जारी किया. लेकिन इसके बावजूद जिले में विकास के दावों की धरातल पर कुछ और ही स्थिति दिखाई दे रही है.
जिले के 16 प्रमुख मार्ग जिन पर श्रद्धालुओं की आमद ज्यादा होती है. उन जगहों पर बरसात के पानी का जगह-जगह जल भराव है. सड़कों पर गड्ढे हो रहे है. हालात इतनी बुरी है कि बाहरी श्रद्धालु ही नहीं स्थानीय लोग भी राम नगरी में हो रहे विकास के दावों को सिरे से खारिज कर रहे हैं.
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लोगों का कहना है कि जब योगी जी आते है तो उनके आने-जाने वाले मार्गों को दुरुस्त कर दिया जाता है. कुछ दिन बाद मार्ग पहले जैसी स्थिति में पहुंच जाते हैं. विकास के हालात तो इतने खराब है कि नगर निगम की कार्यशैली और पीडब्लू के कामों को लेकर स्थानीय लोगों में गुस्सा है.
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भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पहले विकास के वादे किए थे. जिसमें विश्व पटल पर उत्तर प्रदेश का और खासतौर से धर्मनगरी अयोध्या का जिक्र हुआ था. लेकिन डबल इंजन की विकास वादी की पोल खुलने के बाद अधिकारी बात करने को तैयार नहीं होते हैं.