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विश्व पर्यटन दिवसः जानिए बनारस में क्यों मायूस हैं विदेशी पर्यटक

बाबा विश्वनाथ की अनोखी नगरी काशी को देखने के लिए सात समंदर पार से पर्यटक आते हैं. बाबा की प्राचीन नगरी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. ऐसे में विश्व पर्यटन दिवस पर बनारस में पर्यटकों निराशा हाथ लगी है.

बनारस में पर्यटक मायूस.
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Published : Sep 27, 2019, 10:55 AM IST

वाराणसीः गंगा रम्य तट पर अर्ध चंद्राकर बसे इस शहर की छटा निहारने के लिए मां गंगा के गोद मे बैठकर नौका विहार का आनन्द लेते है. ऐसे में मां गंगा में लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण घाट के आसपास क्षेत्र पूरी तरह डूब चुका है, जिस वजह से प्रशासन ने नौका विहार पर रोक लगा दिया गया है.

बनारस में पर्यटक मायूस.

नाव संचालन पर रोक
विश्व सहित भारत के कोने-कोने से पर्यटक मंदिर, गली और घाटों के शहर बनारस को देखने आते हैं. पिछले कुछ दिनों से गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को मायूस होना पड़ रहा है, क्योंकि ना ही वह पैदल घाट घूम पा रहे हैं और न ही बोटिंग का आंनद ले पा रहे है. नाव संचालन बन्द होने के कारण सभी को मायूसी हाथ लगी है. गंगा में उफान के कारण बनारस के जितने भी घाट हैं, सभी जलमग्न है.

पर्यटकों में निराशा
विदेशी पर्यटक सोनिया बताती है कि हमने काशी के बारे में सुना था कि यह बहुत ही अच्छा और सुंदर स्थान है. हम यहां बहुत जगहों पर घूमे लेकिन हम घाटों पर नहीं घूम पाए क्योंकि जब हम यहां पहुंचे तो पानी ज्यादा बढ़ने के कारण बोटिंग बंद होने की बात पता चली. वहीं रोफॉर ने बताया कि हम लोग काशी घूमने आए है. जब हमें यहां पता चला कि यहां गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है इसलिए यहां पर बोटिंग बंद है तो हम काफी मायूस हो गये.
ये भी पढ़ें:- विश्व पर्यटन दिवस स्पेशल: मंदी के दौर में भी तेजी से मजबूत हो रहा काशी में पर्यटन उद्योग

वाराणसीः गंगा रम्य तट पर अर्ध चंद्राकर बसे इस शहर की छटा निहारने के लिए मां गंगा के गोद मे बैठकर नौका विहार का आनन्द लेते है. ऐसे में मां गंगा में लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण घाट के आसपास क्षेत्र पूरी तरह डूब चुका है, जिस वजह से प्रशासन ने नौका विहार पर रोक लगा दिया गया है.

बनारस में पर्यटक मायूस.

नाव संचालन पर रोक
विश्व सहित भारत के कोने-कोने से पर्यटक मंदिर, गली और घाटों के शहर बनारस को देखने आते हैं. पिछले कुछ दिनों से गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को मायूस होना पड़ रहा है, क्योंकि ना ही वह पैदल घाट घूम पा रहे हैं और न ही बोटिंग का आंनद ले पा रहे है. नाव संचालन बन्द होने के कारण सभी को मायूसी हाथ लगी है. गंगा में उफान के कारण बनारस के जितने भी घाट हैं, सभी जलमग्न है.

पर्यटकों में निराशा
विदेशी पर्यटक सोनिया बताती है कि हमने काशी के बारे में सुना था कि यह बहुत ही अच्छा और सुंदर स्थान है. हम यहां बहुत जगहों पर घूमे लेकिन हम घाटों पर नहीं घूम पाए क्योंकि जब हम यहां पहुंचे तो पानी ज्यादा बढ़ने के कारण बोटिंग बंद होने की बात पता चली. वहीं रोफॉर ने बताया कि हम लोग काशी घूमने आए है. जब हमें यहां पता चला कि यहां गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है इसलिए यहां पर बोटिंग बंद है तो हम काफी मायूस हो गये.
ये भी पढ़ें:- विश्व पर्यटन दिवस स्पेशल: मंदी के दौर में भी तेजी से मजबूत हो रहा काशी में पर्यटन उद्योग

Intro:विश्व पर्यटन दिवस विशेष।

बाबा विश्वनाथ की अनोखी नगरी काशी को देखने के लिए सात समंदर पार से पर्यटक आते हैं प्राचीन शहर दूर दूर के पर्यटक अपनी और आकर्षित करता है। गंगा रम्य तट पर अर्ध चंद्राकर बसा शहर की छटा निहारने ने के लिए मां गंगा गोद मे बैठ कर लोग आनन्द लेते है। ऐसे में मां गंगा लगातार बढ़ते जल स्तर कारण घाट के आसपास क्षेत्र पूरी तरह डूब चुका है प्रशासन द्वारा नौका विहार रोक लगा दिया गया है।



Body:विश्व सहित भारत के कोने कोने से पर्यटक मंदिर गली और घाटों के शहर को देखने आते हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण देश-विदेश से आने वाले लोगों को मायूस होना पड़ा क्योंकि ना ही वह पैदल घाट घूम पा रहे हैं और नाव संचालन बन्द होने के कारण कोकुम मायूसी का सामना करना पड़ा रहा है। विश्व पर्यटन दिवस काशी आने वाले पर्यटक काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। बात करें तो बनारस के जितने भी घाट हैं खिड़कियां घाट से लेकर अस्सी घाट तक सारे घाट जलमग्न है।


Conclusion:पर्यटक सोनिया :- हमने काशी के बारे में सुना था बहुत ही अच्छा और बहुत ही सुंदर स्थान है यह हमने यहां बहुत जनों घुमा लेकिन हम घाटों को नहीं घूम पाए क्योंकि जब हम यहां पहुंचे तो हमें पता चला कि यहां पर पानी ज्यादा बढ़ने के कारण वोटिंग बंद है।

बाईट :-- सोनिया,जर्मनी,पर्यटक।

रोफॉर ने बताया कि हम लोग काशी घूमने आए ऐसे में जब हमें यहां पता चला कि यहां गंगा बड़ी है जो हमारे लिए नुकसानदायक है इसलिए यहां पर वोटिंग बंद है हम बाकी स्थानों को तो घूम लिया लेकिन वोटिंग नहीं कर पाए हम दूसरी बार आएंगे तो जरूर वोटिंग करेंगे।

बाईट :- रोफॉर,जर्मनी,पर्यटक

अशुतोष उपध्याय
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