अयोध्या: पालघर में हुई संतों की हत्या को लेकर एक बार फिर महाराष्ट्र सरकार को घेरने की तैयारी की जा रही है. राष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग भृगुवंशी ने मामले में संतों के साथ महाराष्ट्र सरकार का विरोध करने की चेतावनी दी है. उन्होंने अयोध्या के संतों से इस विरोध में शामिल होने की अपील की है.
रामलला के किए दर्शन
रामनगरी पहुंचे राष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी के पदाधिकारियों का संगठन की जनपद इकाई ने स्वागत किया. संगठन के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के साथ पदाधिकारियों ने रामलला के दर्शन किए. इसके बाद वह दशरथ भवन पहुंचे, जहां उन्होंने साधु-संतों का आशीर्वाद लिया और अपने अभियान के विषय पर चर्चा की. दरअसल, राष्ट्रीय युवा हिंदू वाहिनी देश को हिंदू राष्ट्र बनाने, गोहत्या बंद करने, संतों की सुरक्षा और हिंदू धर्म की रक्षा के लिए कार्य करती है. संगठन के पदाधिकारियों ने महाराष्ट्र के पालघर में हुई संतों की हत्या को लेकर उद्धव ठाकरे की सरकार को घेरने की तैयारी की है.
महाराष्ट्र सरकार का किया जाएगा विरोध
राष्ट्रीय हिंदू युवा वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग भृगुवंशी ने कहा है कि पालघर में हुई संतों की हत्या को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गलतफहमी बताया था. इसका विरोध करने पर उन्हें जान से मारने की धमकी भी मिली. मामले में न्याय न मिलने पर अब महाराष्ट्र सरकार का विरोध किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आए दिन संतों के साथ बर्बरता के मामले सामने आ रहे हैं.
लखनऊ में होगी धर्म संसद
अनुराग भृगुवंशी ने बताया कि लखनऊ में 20 दिन की धर्म संसद आयोजित की जा रही है, जिसमें संतों को बुलाया जा रहा है. इस धर्म संसद में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी आमंत्रित किया गया है. इस धर्म संसद के 1 सप्ताह बाद महाराष्ट्र के लिए संतों के साथ कूच किया जाएगा और संतों के साथ उद्धव ठाकरे सरकार को घेरा जाएगा.
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संतों का अवश्य लेंगे प्रतिकार
राष्ट्रीय हिंदू युवा वाहिनी के अध्यक्ष अनुराग भृगुवंशी ने कहा कि अगर वह असली दशनामी और महंत हैं तो संतों की हत्या का प्रतिकार अवश्य लेंगे. इसके लिए अपने रक्त की हर बूंद न्योछावर कर देंगे. उन्होंने बताया कि वह अयोध्या आकर संतों के प्रतिकार के लिए यहां के संत-महंतों को धर्म संसद में आमंत्रण दे रहे हैं, जहां पालघर में संतों की हुई हत्या के मामले में महाराष्ट्र सरकार को घेरने की रणनीति बनाई जाएगी.