ETV Bharat / state

अयोध्या: डेंगू से वकील की मौत के बाद जिला अस्पताल में अधिवक्ताओं का हंगामा

अयोध्या जिला अस्पताल में भर्ती एक वकील की डेंगू से मौत के बाद साथी वकीलों ने जमकर हंगामा किया. वकीलों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

जिला अस्पताल में अधिवक्ताओं ने किया हंगामा
जिला अस्पताल में अधिवक्ताओं ने किया हंगामा
author img

By

Published : Oct 28, 2020, 3:36 PM IST

अयोध्या: एक तरफ जहां कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट से थोड़ी राहत मिली तो वहीं अब डेंगू के मामले बढ़ने लगे हैं. मंगलवार की देर शाम जिला अस्पताल में भर्ती एक वकील की डेंगू से मौत के बाद हंगामा शुरु हो गया. मृतक के साथी वकीलों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल का घेराव कर लिया. इसके बाद मामला शांत कराने के लिए अस्पताल परिसर में फोर्स तैनात करनी पड़ी.

जिले में देर शाम डेंगू से एक वकील की मौत के बाद साथी अधिवक्ताओं ने जिला अस्पताल का घेराव कर हंगामा शुरु कर दिया. उन्होंने डेंगू पीड़ित अधिवक्ता के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. अधिवक्ताओं की भीड़ को देखते हुए अस्पताल परिसर में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है.

परिजनों का आरोप, बुलाने पर नहीं आए डॉक्टर
दरअसल अधिवक्ता शेष नारायण तिवारी डेंगू पीड़ित पाए जाने के बाद मंगलवार की शाम अयोध्या जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए थे. अधिवक्ता शेष नारायण तिवारी के पिता भगवान भक्त तिवारी का आरोप है कि जब उनके बेटे को अस्पताल लाया गया. तब उन्होंने ड्यूटी पर तैनात डॉ. सत्येंद्र सिंह से आग्रह किया कि वह बेटे को एक बार चल कर देख लें. लेकिन डॉक्टर ने सब कुछ ठीक होने की बात कही और इसके कुछ ही देर बाद उनके बेटे की मौत हो गई. मृतक वकील के पिता का आरोप है कि अगर डॉक्टर समय रहते आकर उनके बीमार बेटे की जांच पड़ताल कर लेते तो शायद जान बच जाती.

वहीं इस मामले पर जिला अस्पताल के सीएमएस रविंद्र कुमार ने बताया कि जब मरीज अस्पताल आया था तो वह ठीक-ठाक अवस्था में था. इसके बाद वह बाथरुम गए और वहां से आने के बाद उनकी मौत हो गई. उन्होंने कहा कि मरीज की मौत हार्ट अटैक से भी हो सकती है. फिलहाल सभी तथ्यों की जांच की जा रही है.

अस्पताल में तैनात की गई फोर्स
जिला अस्पताल परिसर में वकीलों की भीड़ की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई. कानून व्यवस्था मुकम्माल रखने के लिए अस्पताल परिसर में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है. एसपी सिटी विजय पाल सिंह ने बताया कि अधिवक्ता के निधन के बाद मृतक के परिजनों की शिकायत के आधार पर पूरे प्रकरण की जांच की जाएगी. फिलहाल शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई कराई जा रही है.

अयोध्या: एक तरफ जहां कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट से थोड़ी राहत मिली तो वहीं अब डेंगू के मामले बढ़ने लगे हैं. मंगलवार की देर शाम जिला अस्पताल में भर्ती एक वकील की डेंगू से मौत के बाद हंगामा शुरु हो गया. मृतक के साथी वकीलों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल का घेराव कर लिया. इसके बाद मामला शांत कराने के लिए अस्पताल परिसर में फोर्स तैनात करनी पड़ी.

जिले में देर शाम डेंगू से एक वकील की मौत के बाद साथी अधिवक्ताओं ने जिला अस्पताल का घेराव कर हंगामा शुरु कर दिया. उन्होंने डेंगू पीड़ित अधिवक्ता के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. अधिवक्ताओं की भीड़ को देखते हुए अस्पताल परिसर में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है.

परिजनों का आरोप, बुलाने पर नहीं आए डॉक्टर
दरअसल अधिवक्ता शेष नारायण तिवारी डेंगू पीड़ित पाए जाने के बाद मंगलवार की शाम अयोध्या जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए थे. अधिवक्ता शेष नारायण तिवारी के पिता भगवान भक्त तिवारी का आरोप है कि जब उनके बेटे को अस्पताल लाया गया. तब उन्होंने ड्यूटी पर तैनात डॉ. सत्येंद्र सिंह से आग्रह किया कि वह बेटे को एक बार चल कर देख लें. लेकिन डॉक्टर ने सब कुछ ठीक होने की बात कही और इसके कुछ ही देर बाद उनके बेटे की मौत हो गई. मृतक वकील के पिता का आरोप है कि अगर डॉक्टर समय रहते आकर उनके बीमार बेटे की जांच पड़ताल कर लेते तो शायद जान बच जाती.

वहीं इस मामले पर जिला अस्पताल के सीएमएस रविंद्र कुमार ने बताया कि जब मरीज अस्पताल आया था तो वह ठीक-ठाक अवस्था में था. इसके बाद वह बाथरुम गए और वहां से आने के बाद उनकी मौत हो गई. उन्होंने कहा कि मरीज की मौत हार्ट अटैक से भी हो सकती है. फिलहाल सभी तथ्यों की जांच की जा रही है.

अस्पताल में तैनात की गई फोर्स
जिला अस्पताल परिसर में वकीलों की भीड़ की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई. कानून व्यवस्था मुकम्माल रखने के लिए अस्पताल परिसर में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है. एसपी सिटी विजय पाल सिंह ने बताया कि अधिवक्ता के निधन के बाद मृतक के परिजनों की शिकायत के आधार पर पूरे प्रकरण की जांच की जाएगी. फिलहाल शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई कराई जा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.