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अयोध्या: 25 मार्च से शुरू होगा रामनवमी मेला, कोरोना वायरस से बचाव की नहीं है व्यवस्था - रामनवमी मेला

अयोध्या में 25 मार्च से रामनवमी मेले की शुरुआत होनी है, लेकिन रामनवमी मेले के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव की कोई व्यवस्था प्रशासन की तरफ से नहीं की गई है. इस संबंध में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों को भी कोई जानकारी नहीं है.

अयोध्या समाचार
अयोध्या में 25 मार्च से शुरू होगा रामनवमी मेला
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Published : Mar 20, 2020, 12:16 PM IST

अयोध्या: उत्तर प्रदेश सरकार के साथ जिला प्रशासन कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर विशेष सतर्कता का दावा कर रहा है. जागरूकता अभियान के जरिए इस वायरस के संक्रमण से लोगों को सुरक्षित रखने की बात कही जा रही है. वहीं रामनवमी मेले के दौरान कोरोना वायरस से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों को कोई जानकारी नहीं है.

अयोध्या में 25 मार्च से शुरू होगा रामनवमी मेला

उत्तर प्रदेश में 2 अप्रैल तक सभी शिक्षण संस्थानों समेत सरकारी विभागों में कामकाज ठप हो गया है. हाईकोर्ट की एडवाइजरी जारी होते ही जिला और सत्र न्यायालय में सन्नाटा पसर गया है. जिला प्रशासन सभी सार्वजनिक स्थलों पर सेनिटाइजिंग की व्यवस्था करने की बात कह रहा है. 50 हजार पोस्टरों के जरिए जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. कोरोना के संदिग्ध मरीज की जानकारी जिला प्रशासन और जिला चिकित्सालय को उपलब्ध कराने की बात कही जा रही है.

व्यवस्था को लेकर ट्रस्ट के सदस्यों को जानकारी नहीं

वहीं 25 मार्च से शुरू होने वाले रामनवमी मेले के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के लोगों को बचाने की व्यवस्था को लेकर ट्रस्ट के सदस्यों को जानकारी नहीं है. रामनवमी में 20 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. 9 दिन तक चलने वाले रामनवमी मेले के दौरान देश के कोने कोने से लोग अयोध्या पहुंचते हैं. इस बार 25 मार्च से शुरू होने वाला रामनवमी मेला 2 अप्रैल तक चलेगा.

लाखों में पहुंचते हैं श्रद्धालु

मेले के अंतिम दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र होते हैं. इस दिन चैत्र नवरात्र की रामनवमी होती है और इसी दिन भगवान राम लला का जन्म दिन मनाया जाता है. दिन में जब दोपहर 12:00 बजे रामलला का जन्म होता है तो उस जन्म उत्सव की घड़ी की एक झलक देखने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं.

संक्रमण से बचाव को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं

कोरोना वायरस का कहर और अयोध्या में उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के लिए वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर स्थिति अस्पष्ट न होना चिंता का विषय है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्य और निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास का कहना है कि सबसे बड़ी पूजा शरीर की सुरक्षा है. लोगों को स्वयं को सुरक्षित रखते हुए राम जन्म उत्सव में शामिल होना चाहिए. उन्होंने कहा है कि रामनवमी मेले के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव की व्यवस्था को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है.

24 मार्च को है सीएम योगी का कार्यक्रम

रामनवमी की शुरू होने से 1 दिन पहले 24 मार्च को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आयोध्या पहुंचने का कार्यक्रम है. वह लाख शिफ्टिंग और प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. सवाल उठता है कि इतना बड़ा आयोजन जिसकी जानकारी प्रदेश सरकार को हो तो कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को लेकर अब तक निर्णय क्यों नहीं लिया गया है, जबकि इस संक्रमण के चलते सभी सरकारी विभागों में कामकाज सरकार की एडवाइजरी के तहत किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- अयोध्या में श्रीराम महोत्सव पर कोरोना का खौफ, VHP ने कई कार्यक्रमों को किया रद

अयोध्या: उत्तर प्रदेश सरकार के साथ जिला प्रशासन कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर विशेष सतर्कता का दावा कर रहा है. जागरूकता अभियान के जरिए इस वायरस के संक्रमण से लोगों को सुरक्षित रखने की बात कही जा रही है. वहीं रामनवमी मेले के दौरान कोरोना वायरस से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों को कोई जानकारी नहीं है.

अयोध्या में 25 मार्च से शुरू होगा रामनवमी मेला

उत्तर प्रदेश में 2 अप्रैल तक सभी शिक्षण संस्थानों समेत सरकारी विभागों में कामकाज ठप हो गया है. हाईकोर्ट की एडवाइजरी जारी होते ही जिला और सत्र न्यायालय में सन्नाटा पसर गया है. जिला प्रशासन सभी सार्वजनिक स्थलों पर सेनिटाइजिंग की व्यवस्था करने की बात कह रहा है. 50 हजार पोस्टरों के जरिए जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. कोरोना के संदिग्ध मरीज की जानकारी जिला प्रशासन और जिला चिकित्सालय को उपलब्ध कराने की बात कही जा रही है.

व्यवस्था को लेकर ट्रस्ट के सदस्यों को जानकारी नहीं

वहीं 25 मार्च से शुरू होने वाले रामनवमी मेले के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के लोगों को बचाने की व्यवस्था को लेकर ट्रस्ट के सदस्यों को जानकारी नहीं है. रामनवमी में 20 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. 9 दिन तक चलने वाले रामनवमी मेले के दौरान देश के कोने कोने से लोग अयोध्या पहुंचते हैं. इस बार 25 मार्च से शुरू होने वाला रामनवमी मेला 2 अप्रैल तक चलेगा.

लाखों में पहुंचते हैं श्रद्धालु

मेले के अंतिम दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र होते हैं. इस दिन चैत्र नवरात्र की रामनवमी होती है और इसी दिन भगवान राम लला का जन्म दिन मनाया जाता है. दिन में जब दोपहर 12:00 बजे रामलला का जन्म होता है तो उस जन्म उत्सव की घड़ी की एक झलक देखने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं.

संक्रमण से बचाव को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं

कोरोना वायरस का कहर और अयोध्या में उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के लिए वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर स्थिति अस्पष्ट न होना चिंता का विषय है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्य और निर्मोही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास का कहना है कि सबसे बड़ी पूजा शरीर की सुरक्षा है. लोगों को स्वयं को सुरक्षित रखते हुए राम जन्म उत्सव में शामिल होना चाहिए. उन्होंने कहा है कि रामनवमी मेले के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव की व्यवस्था को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है.

24 मार्च को है सीएम योगी का कार्यक्रम

रामनवमी की शुरू होने से 1 दिन पहले 24 मार्च को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आयोध्या पहुंचने का कार्यक्रम है. वह लाख शिफ्टिंग और प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. सवाल उठता है कि इतना बड़ा आयोजन जिसकी जानकारी प्रदेश सरकार को हो तो कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को लेकर अब तक निर्णय क्यों नहीं लिया गया है, जबकि इस संक्रमण के चलते सभी सरकारी विभागों में कामकाज सरकार की एडवाइजरी के तहत किया जा रहा है.

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