अयोध्या: श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने स्पष्ट किया है कि जब तक भारत में हालात सामान्य नहीं हो जाते, मंदिर निर्माण का कार्य शुरू नहीं किया जाएगा. ट्रस्ट ने इस विषय में देश के 20 प्रमुख संतों से राय जानी है. इसके बाद हालात सामान्य होने तक मंदिर निर्माण का कार्य स्थगित करने का निर्णय लिया गया है.
कोरोना में संक्रमण के चलते वैश्विक गति थम गई है. दुनिया के कई देश इस भयावह बीमारी से जूझ रहे हैं. ऐसे में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने स्पष्ट किया है कि समाज से बढ़कर कुछ भी नहीं है. ट्रस्ट अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के कार्य को देश के हालात सामान्य होने तक स्थगित करने का निर्णय लिया है.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र टेस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण विषय पर देश की प्रमुख 20 संतों से राय जानी है. सभी ने मौजूदा परिस्थितियों में मंदिर निर्माण शुरू न करने की बात कही है.
महामंत्री चंपत राय ने कहा है कि जब तक देश सामान्य अवस्था को प्राप्त नहीं होगा, तब तक संत अयोध्या में किसी उत्सव के पक्ष में नहीं हैं. उनका मानना है कि समाज और देश महत्वपूर्ण है. ऐसे में महामारी से उबरने तक अयोध्या में किसी उत्सव की योजना नहीं है.
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साथ ही महामंत्री चंपत राय ने तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसा कौन सा समाज है. जिसके धर्मगुरु चाहेंगे कि परंपराओं के अनुयायी मरते रहें और मुझे कुछ भी नहीं करना चाहिए. प्रत्येक समाज के धर्म गुरुओं का कर्तव्य है कि वह समाज की रक्षा करे. उन्होंने कहा कि गलतियां होती हैं लेकिन यह गलती पूरे समाज की नहीं है. सिर्फ एक व्यक्ति की गलती है.