अयोध्याः अयोध्या के सर्किट हाउस परिसर में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों और राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा की मौजूदगी में राम मंदिर निर्माण कार्य की समीक्षा की गई. इस मौके पर कई तकनीकी मामलों पर कार्यदायी संस्था एलएंडटी और सहयोगी कंपनी टाटा के विशेषज्ञों से नृपेंद्र मिश्र ने चर्चा की. बताया गया कि द्वितीय चरण के निर्माण के लिए 23 डिग्री तक तापमान चाहिए. इसी के मद्देनजर मंदिर का ज्यादा से ज्यादा निर्माण कार्य रात में किया जा रहा है. निर्माण स्थल को ठंडा रखने के लिए बर्फ का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर का निर्माण कार्य सुचारू रूप से चल रहा है. अभी तक का कार्य बेहद सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है. आगे का कार्य भी समय से सफलतापूर्वक हो सके इसके लिए ट्रस्ट के पदाधिकारियों और तकनीकी विशेषज्ञों के बीच बातचीत हुई है. उन्होंने कहा कि अभी दिन में ज्यादा गर्मी पड़ रही है, इस कारण उचित तापमान में निर्माण के लिए परिस्थितियां बनाई जा रही हैं.
राम नवमी पर सूर्य की किरणें कुछ देर के लिए रामलला पर पड़ें...
एक सवाल के जवाब में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की परिकल्पना है कि राम नवमी यानी भगवान राम के प्राकट्य उत्सव पर सूर्य के प्रकाश की किरणें कुछ देर के लिए भगवान श्री रामलला के मुख पर पड़ें. इसके लिए अंतरिक्ष विज्ञानियों से विचार-विमर्श किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रयास है कि दोपहर 12:00 बजे जब भगवान राम लला का प्राकट्य उत्सव हो तो भगवान सूर्य की किरणें उनके ऊपर प्रकाशमान हो और अयोध्या के सभी स्थलों पर इसका प्रसारण दिखाया जाए. इसके लिए विशेषज्ञों से विचार-विमर्श किया जा रहा है. जल्द ही इस पर काम शुरू होगा.
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राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में होने वाली यह बैठक आगामी दो दिनों तक और चलेगी. समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र मंगलवार और बुधवार को भी तकनीकी विशेषज्ञों के साथ निर्माण कार्य स्थल का जायजा लेंगे. इसके बाद सर्किट हाउस में वह आगे के कार्यों को लेकर चर्चा करेंगे.