अयोध्या: दिल्ली में 16 साल की एक मासूम की चाकुओं से गोदकर और पत्थर से कुचलकर की गई निर्मम हत्या के मामले में पूरे देश से आवाजें उठ रही है. इस जघन्य वारदात में हैवान जैसी हरकत करने वाले युवक को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग देश का हर नागरिक कर रहा है. इसी बीच अयोध्या के प्रमुख सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी राजू दास ने इस घटना पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है.
हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी राजू दास ने एक वीडियो जारी कर उन्होंने उन लोगों पर भी सवाल उठाया है, जो घटना के समय वहां से गुजर रहे थे और अपनी आंखों के सामने वारदात होते हुए देख कर भी चुप रहे. पुजारी राजू दास यहीं नहीं रुके उन्होंने वारदात को अंजाम देने वाले हैवान साहिल के लिए कोर्ट से तालिबानी सजा मांगी है. राजू दास ने कहा है कि ऐसे जानवर को फांसी की सजा देना सही नहीं होगा, बल्कि इसके दोनों हाथ काट दिए जाएं. जिससे इसे जिंदगी भर इस बात का एहसास हो कि इसमें कितना बड़ा गुनाह किया है.
ऐसे जानवरों से जान पहचान बनाना भी खुद की जान खतरे में डालना: राजू दास ने एक बार फिर अपील करते हुए कहा कि 'अभी भी समय है. हमारी बहनों को समझ जाना चाहिए ऐसे जानवरों से जान पहचान भी नहीं बनानी चाहिए. उनके साथ जान पहचान बनाना भी अपनी जान गवाने के बराबर है. हालत यह है कि अगर निकाह के लिए हां कर दिया तो 72 टुकड़े कर दिए जाते हैं और अगर ना कर दिया तो गोली मारकर या चाकू मारकर बुरी तरह से हत्या कर दी जाती है. पहचान छुपाकर लगातार हमारी बहनों को निशाना बनाया जा रहा है. इस मामले में भी हाथ में कलावा बांधकर हमारी बहनों के साथ धोखा करने की कोशिश की गई है. अभी भी समय है ऐसे लोगों से दूर ही रहे.'
जघन्य वारदात को एक तमाशे की तरह देखने वाले लोग भी जिम्मेदार: 28 मई की रात थाना शाहबाद डेयरी इलाके में 16 साल की लड़की से कुछ बातचीत की और उसके बाद साहिल ने उसके ऊपर चाकुओं से अनगिनत वार किए. इतने से भी मन नहीं भरा तो इस हैवान ने उसके ऊपर एक बड़ा पत्थर उठाकर पटक दिया. जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. अगले दिन अभियुक्त साहिल को बुलंदशहर से दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.