अयोध्याः दीपोत्सव की शुरुआत में अब सिर्फ एक दिन बचा है. वहीं देश के कोने-कोने से हजारों कलाकार लोगों को मंत्र मुग्ध करने अयोध्या पहुंच चुके हैं. ऐसे में आज ईटीवी भारत ने ऐसे ही कुछ कलाकारों से बातचीत की, जिन्हें इस दीपोत्सव में क्षेत्रीय कला का प्रदर्शन करने की जिम्मेदारी मिली है. हमने जाना कि क्षेत्रीय कलाकार गांवों में खेतों की मेड़ में और बगीचों में फरवाहि लोक कला की प्रैक्टिस कर रहे हैं.
फरवाहि लोक नृत्य करने वाले कलाकारों ने बताया कि ये डांस वे काफी साल से करते हुए चले आ रहे है और यह अब उनके जीवन का एक हिस्सा है. टीम लीडर विजय यादव ने बताया कि किसान की फसल ही उसका सब कुछ होती है इसलिए वह अपनी धरती, अपनी मिट्टी की पूजा करता है. जब उसकी फसल अच्छे से कट जाती है, तो उस दिन को त्योहार की तरह मानते है. भगवान को इस दिन फसल के लिए धन्यवाद कहते हैं. विजय आगे कहते हैं कि पहले आमतौर पर फसल कट जाने के बाद लोग खुशियां मनाते हैं. हमारे ग्रुप में सभी का अपना-अलग अलग प्रोफेशन है, कोई ठेकेदार है, कोई नौकरी पेशा तो कोई छात्र है, लेकिन हम सभी इस कला को बेहतर तरीके से करते हुए युवा पीढ़ी को जोड़ने में लगे हैं, ताकि इसे लुप्त होने से बचाया जा सके.