अयोध्या : रामनगरी को विश्व पर्यटन में एक अलग पहचान देने के लिए विकास योजनाओं का लेआउट और डीपीआर बनाने के लिए चयनित एजेंसी ली एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड और विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के बीच एक संयुक्त बैठक शुक्रवार को संपन्न हुई. बैठक के दौरान चयनित एजेंसी के अधिकारियों ने अयोध्या का भौतिक निरीक्षण करने के बाद निर्माण और परिवर्तन संबंधी तमाम योजनाओं पर चर्चा की गई. बैठक का उद्देश्य पुरानी अयोध्या नगरी के स्वरूप को बदलकर एक हाईटेक शहर बनाने की है. जिससे अयोध्या में राम मंदिर निर्माण होने के साथ ही एक नई अयोध्या का निर्माण भी मंदिर निर्माण के समानांतर होता रहे.
पुरानी अयोध्या की हाईटेक सिटी बनाने पर चर्चा
फैजाबाद-अयोध्या जुड़वा शहर का नगर नियोजन, रिवर एरिया के डेवलपमेंट, स्मार्ट सिटी एरिया के लिए प्लानिंग, हेरीटेज टूरिज्म और अर्बन इन्फ्राट्रक्चर योजना पर विचार विमर्श किया गया. इसमें पुरानी अयोध्या नगरी में पहले से बनाए गए भवनों सड़कों और अन्य पर्यटन स्थलों के पुनर्निर्माण जीर्णोद्धार और कायाकल्प से संबंधित विषयों पर चर्चा की गई. बैठक में नगर आयुक्त विशाल सिंह के साथ कार्यदाई संस्था ली एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे.
नगर आयुक्त विशाल सिंह ने बताया कि चयनित एजेंसी के विशेषज्ञों द्वारा कुछ नए निर्माण के अलावा सड़कों के चौड़ीकरण से लेकर पर्यटन संबंधी विकास और शहर में होने वाले निर्माण पर चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि सड़कों का चौड़ीकरण इस प्रकार किया जाए कि भविष्य में यदि इस क्षेत्र में कुछ और परिवर्तन हो न हो तो ऐसे में पहले से किए गए निर्माण को क्षति न पहुंचाने पड़े. इसलिए भविष्य की दूरगामी योजनाओं को दृष्टिगत रखते हुए अयोध्या के विकास संबंधी योजनाओं पर चर्चा की गई है.