ETV Bharat / state

अयोध्या में श्रीराम प्रतिमा के लिए जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना जारी - highest statue in india

अयोध्या में भगवान की राम की 221 मीटर प्रतिमा लगाने के लिए 200 घरों का अधिग्रहण होना है. स्थानीय लोगों ने जमीन देने से इंकार कर दिया है. दूसरी ओर योगी सरकार ने जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना जारी कर दी है.

अयोध्या में श्रीराम की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर विवाद.
author img

By

Published : Jun 13, 2019, 1:52 PM IST

Updated : Jun 14, 2019, 8:04 PM IST

अयोध्या: लंबे समय से चर्चा का रूप लिए हुए अयोध्या में 221 मीटर ऊंची भगवान राम की प्रतिमा बनेगी, जो विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी. इसके लिए योगी सरकार पहले ही प्रस्ताव पास कर चुकी है. अब शुक्रवार को अधिसूचना भी जारी हो चुकी है. हालांकि स्थानीय लोगों ने अपनी जमीनें देने से इंकार कर दिया है.

अयोध्या में श्रीराम की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर विवाद.
  • राम नगरी में विश्व की सबसे ऊंची 221 मीटर की भगवान श्री राम की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर अयोध्या में बवाल
  • पर्यटन विभाग की तरफ से भूमि अधिग्रहण कर नोटिफिकेशन भी समाचार पत्रों में जारी कर दिया गया.
  • प्रतिमा लगाने के लिए रामघाट हार्ड कॉलोनीवासियों ने अपनी भूमि देने से मना कर दिया है.
  • चिन्हित भूमि की जद में आ रही रामघाट हार्ड कॉलोनी.
  • सर्वे करने पहुंची टीम को सर्वे करने से भी रोका.
  • कॉलोनीवासियों ने सर्वे टीम पर पूर्व में हुए सर्वे को लेकर आरोप लगाया.
  • आरोप है 250 परिवार हैं, लेकिन सर्वे में सिर्फ 66 मकान दिखाए गए.
  • इसके कारण सर्वे टीम को स्थानीय लोगों का विरोध झेलना पड़ा, सर्वे नहीं करने दिया गया.
  • स्थानीय लोगों का कहना भूमि का 4 गुना और मकान की दोगुनी लागत सरकार देती है तो हम अपनी जमीन छोड़ने को तैयार.
  • अयोध्या में भगवान राम की विशालकाय प्रतिमा लगाने के लिए योगी सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में पास किया था प्रस्ताव.
  • लोगों का साफ कहना है कि जीवन भर की पूंजी लगी है और सरकारी मुआवजा ऊंट के मुंह में जीरा होगा.

अयोध्या: लंबे समय से चर्चा का रूप लिए हुए अयोध्या में 221 मीटर ऊंची भगवान राम की प्रतिमा बनेगी, जो विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी. इसके लिए योगी सरकार पहले ही प्रस्ताव पास कर चुकी है. अब शुक्रवार को अधिसूचना भी जारी हो चुकी है. हालांकि स्थानीय लोगों ने अपनी जमीनें देने से इंकार कर दिया है.

अयोध्या में श्रीराम की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर विवाद.
  • राम नगरी में विश्व की सबसे ऊंची 221 मीटर की भगवान श्री राम की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर अयोध्या में बवाल
  • पर्यटन विभाग की तरफ से भूमि अधिग्रहण कर नोटिफिकेशन भी समाचार पत्रों में जारी कर दिया गया.
  • प्रतिमा लगाने के लिए रामघाट हार्ड कॉलोनीवासियों ने अपनी भूमि देने से मना कर दिया है.
  • चिन्हित भूमि की जद में आ रही रामघाट हार्ड कॉलोनी.
  • सर्वे करने पहुंची टीम को सर्वे करने से भी रोका.
  • कॉलोनीवासियों ने सर्वे टीम पर पूर्व में हुए सर्वे को लेकर आरोप लगाया.
  • आरोप है 250 परिवार हैं, लेकिन सर्वे में सिर्फ 66 मकान दिखाए गए.
  • इसके कारण सर्वे टीम को स्थानीय लोगों का विरोध झेलना पड़ा, सर्वे नहीं करने दिया गया.
  • स्थानीय लोगों का कहना भूमि का 4 गुना और मकान की दोगुनी लागत सरकार देती है तो हम अपनी जमीन छोड़ने को तैयार.
  • अयोध्या में भगवान राम की विशालकाय प्रतिमा लगाने के लिए योगी सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में पास किया था प्रस्ताव.
  • लोगों का साफ कहना है कि जीवन भर की पूंजी लगी है और सरकारी मुआवजा ऊंट के मुंह में जीरा होगा.
Intro:अयोध्या। अयोध्या में लंबे समय से चर्चा का रूप लिए हुए कि अयोध्या में 221 मीटर ऊंची भगवान राम की प्रतिमा बनेगी जो विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी। लेकिन ऐसा लगता है कि जिस तरह श्री राम जन्मभूमि बनने में विलंब हो रहा है उसी तरह अयोध्या में ऊंची प्रतिमा भी बनने में थोड़ा विलंब होगा क्योंकि प्रतिमा लगाने के लिए चिन्हित भूमि की जद में आ रही रामघाट हार्ड कॉलोनी के वासियों ने अपनी भूमि देने से मना कर दिया है। साथ ही सर्वे करने पहुंची टीम को सर्वे करने से भी रोक दिया। कॉलोनी वासियों ने सर्वे टीम पर पूर्व में हुए सर्वे को लेकर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस जमीन में लगभग 250 परिवार के मकान है और सर्वे में सिर्फ 66 मकानों को ही दर्शाया गया है। जिसके कारण दोबारा आई सर्वे टीम को स्थानीय लोगों का विरोध झेलना पड़ा। स्थानीय लोगों ने सर्वे टीम को रोक दिया। जिसके बाद सूचना मिलते ही ए आर ओ भी पहुंचे लेकिन स्थानीय लोगों ने सर्वे नहीं करने दिया। स्थानीय लोगों की मांग थी कि भूमि का 4 गुना मुआवजा तथा निर्मित मकानों की दुगनी लागत यदि सरकार देती है तभी हम इस जमीन को छोड़ने को तैयार होंगे। अन्यथा हम जमीन को नही छोड़ेंगे और हम यही आंदोलन करेंगे और तब तक यही रहेंगे जब तक सरकार हमें कोई अन्य सुविधा प्रदान नहीं कर देती।
Respected desk- pleases receive visual and byte from FTP.
File-1 अयोध्या ए आर ओ रमाशंकर
VID-20190612-WA0031.mp4
File-2 ममता पीड़िता
VID-20190612-WA0033.mp4
File-3 मुरली मिश्रा क्षेत्रीय निवासी
VID-20190612-WA0036.mp4


Body:राम नगरी में विश्व की सबसे ऊंची 221 मीटर की भगवान श्री राम की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर अयोध्या में बवाल मच गया। पर्यटन विभाग की तरफ से भूमि अधिग्रहण कर नोटिफिकेशन भी समाचार पत्रों में जारी कर दिया गया इसके बाद सरयू किनारे बसी रामघाट कॉलोनी के 139 परिवारों ने विरोध जताते हुए सर्वे करने पहुंची सर्वे टीम को रोक दिया। बता दें कि अयोध्या में भगवान राम की विशालकाय प्रतिमा लगाने के लिए योगी सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में प्रस्ताव पास भी कर दिया था। साथ ही बजट भी स्वीकृत किया जा चुका है। लेकिन अब उस काम में रूकावट आ सकती है क्योंकि मूर्ति के लिए भूमि अधिग्रहण का कॉलोनी वासियों ने विरोध किया है। कॉलोनी वासियों का साफ कहना है की 4 गुना के हिसाब से उनको सरकार मुआवजा मुहैया कराए साथ ही निर्मित मकानों के 2 गुना दाम भी उपलब्ध कराए। तिनका तिनका जमा कर अपने बुढ़ापे के लिए आशियाना बनाने वाले भगवान राम की प्रतिमा के लिए अपना मकान देने के लिए तैयार नहीं है। लोगों का साफ कहना है कि जीवन भर की पूंजी लगी है और सरकारी मुआवजा ऊंट के मुंह में जीरा होगा।


Conclusion:
Last Updated : Jun 14, 2019, 8:04 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.