अयोध्याः शहर से सटे ग्रामीण क्षेत्र रौनाही इलाके के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद के निर्माण में इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन एक कदम और आगे बढ़ गया है. मस्जिद और कल्चरल सेंटर के निर्माण से पूर्व मिट्टी टेस्टिंग के लिए भेजी गई थी. मिट्टी की रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद अब मस्जिद निर्माण के लिए मानचित्र स्वीकृति लेनी होगी. इसके लिए ट्रस्ट अयोध्या विकास प्राधिकरण में नक्शा प्रस्तुत कर सकता है.
मास्टर प्लान में हो सकते हैं कुछ परिवर्तन और चौड़ी हो सकती हैं सड़कें
जनपद के सोहावल तहसील क्षेत्र के धन्नीपुर गांव में बनने वाली मस्जिद के लिए इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने फौरी तौर पर निर्माण का एक प्लान बनाया था. अब इस प्लान की डिजाइन में कुछ परिवर्तन की बातें भी सामने आ रही है. इनमें सड़कों को कुछ और चौड़ा करने और भवन के बगल में कुछ अन्य परिवर्तन किए जा सकते हैं. इस जमीन पर मस्जिद के निर्माण के लिए ट्रस्ट के अध्यक्ष जफर फारुकी सहित अन्य सदस्यों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर पौधरोपण कर एक सांकेतिक शुरुआत की थी. जमीन की मिट्टी के स्वायल टेस्टिंग के लिए सैंपल भी जमा कराए गए थे. इसके बाद अब रिपोर्ट पॉजिटिव आने के साथ ही भवन निर्माण के लिए मानचित्र अयोध्या विकास प्राधिकरण में जमा किया जा सकता है.
ट्रस्ट के सदस्य जमा कर सकते हैं मानचित्र
मस्जिद निर्माण की प्रक्रिया को और रफ्तार देने के लिए ट्रस्ट के कुछ सदस्यों ने प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह से मुलाकात भी की है. ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन के मुताबिक भवन निर्माण के लिए डिजाइन तैयार करने वाले कंपनी को सूचना दी गई है. 2 से 3 दिन में नक्शा मिलते ही अयोध्या विकास प्राधिकरण में नक्शा दाखिल कर दिया जाएगा और जैसे ही स्वीकृति मिलती है. निर्माण का कार्य शुरू होगा. मस्जिद निर्माण के शुरुआती दौर में सबसे पहले ग्रीन पैच बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसके तहत ही ट्रस्ट के सदस्यों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर पौधरोपण किया था.