अयोध्याः जिले में चर्चा का केंद्र रहने वाली पूरा बाजार प्रथम सीट पिछली घोषणा में जहां सामान्य वर्ग के लिए घोषित की गई थी, अब नई सूची में यह सीट पिछड़ा वर्ग के खाते में चली गई है. पूरा बाजार द्वितीय की सीट भी ओबीसी के खाते में चली गई है. यह सीट महिला वर्ग के लिए निर्धारित की गई है.
2015 को आधार मानकर लागू हुआ आरक्षण
लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार अयोध्या में भी जिला प्रशासन ने हाईकोर्ट के आदेश को मानते हुए वर्ष 2015 के आरक्षण को आधार मानकर अयोध्या में जिला पंचायत सदस्य और ब्लॉक प्रमुख पदों के लिए नई आरक्षण सूची जारी कर दी है. नई आरक्षण सूची में जनपद में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला है.
नई सूची जारी होने से बदले सियासी समीकरण
नई आरक्षण सूची जारी होने से कई क्षेत्रों के सियासी समीकरण बदल गए हैं. कई क्षेत्रों में जिला पंचायत सदस्यों के आरक्षण को लेकर पिछली सूची और नवीन सूची में काफी परिवर्तन हो गया है. जिले में चर्चा का केंद्र रहने वाली पूरा बाजार प्रथम सीट पिछली घोषणा में जहां सामान्य वर्ग में थी, वहीं नई आरक्षण सूची में यह सीट पिछड़ा वर्ग के खाते में चली गई है. वहीं पूरा बाजार द्वितीय भी ओबीसी के खाते में गई है लेकिन यह सीट महिला वर्ग के लिए निर्धारित की है.
जानिए कहां किसे मिला है आरक्षण
नई आरक्षण नीति के मुताबिक हैरिंग्टनगंज प्रथम, बीकापुर तृतीय, बीकापुर चतुर्थ, तारुन चतुर्थ ओबीसी महिला सीट कर दी गई है. पूरा बाजार प्रथम, पूरा बाजार तृतीय, रुदौली द्वितीय, रुदौली तृतीय, रुदौली पंचम, मवई तृतीय ओबीसी के खाते में गई है. सोहावल तृतीय, मवई प्रथम, मवई तृतीय, अमानीगंज तृतीय एससी महिला के लिए निर्धारित की गई है. मया प्रथम, सोहावल चतुर्थ, रुदौली चतुर्थ, अमानीगंज द्वितीय, मिल्कीपुर द्वितीय, हैरिंग्टनगंज द्वितीय एससी सीट कर दी गई है. पूरा बाजार द्वितीय, मसौधा प्रथम, सुहावल प्रथम, अमानीगंज प्रथम, मिल्कीपुर द्वितीय, हैरिंग्टनगंज तृतीय महिला सीट आरक्षित है.
जिले की अन्य सीटों का हाल
जिले की अन्य सीटों में मया बाजार द्वितीय, मया तृतीय, चतुर्थ मसौधा द्वितीय, तृतीय सोहावल, द्वितीय रुदौली, प्रथम मिल्कीपुर, चतुर्थ बीकापुर, प्रथम बीकापुर, द्वितीय तारुन, प्रथम तारुन अनारक्षित हैं. इसी तरह से ब्लॉक प्रमुख पदों के लिए अमानीगंज एससी महिला, सोहावल एससी, तारुन ओबीसी महिला, बीकापुर ओबीसी, मिल्कीपुर और पूरा बाजार महिला जबकि मवई, मया, रुदौली, मसौधा और हैरिंग्टनगंज को अनारक्षित घोषित किया गया है.
कहीं खुशी कहीं गम जैसे हालात
पिछली आरक्षण सूची में जिन क्षेत्र में आरक्षण की लिस्ट जारी हुई थी, वहां प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिया था और इलाके में बड़ी तादाद में बैनर पोस्टर भी लगा दिए गए थे लेकिन नई आरक्षण सूची आने के साथ ही अब कहीं खुशी कहीं गम जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं. अभी तक पुराने आरक्षण नियमों के अनुसार जो प्रत्याशी प्रचार में लगे थे. उन सीटों पर परिवर्तन होने के बाद अब ऐसे प्रत्याशी निराश हो चले हैं. हालांकि कई प्रत्याशियों ने समर्थन देकर नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की योजना बना ली है.
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