अयोध्या: राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के सदस्यों ने हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की फोटो जलाकर उनके बयान पर कड़ा विरोध जताया है. इतना ही नहीं मंच के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने ओवैसी पर देश में रहने वाले हिन्दू-मुस्लिम के बीच वैमनस्य पैदा करने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की है.
बता दें कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद को नाजायज बताकर वहां नमाज न पढ़ने और मस्जिद निर्माण में मुस्लिम समाज को चंदा न देने का बयान दिया है. इस बयान को लेकर बवाल खड़ा हो गया है. अयोध्या के संतों, महंतों समेत मस्जिद निर्माण का समर्थन कर रही संस्थाओं और राजनीतिक दलों के निशाने पर ओवैसी आ गए हैं.
ओवैसी का बयान नफरत फैलाने वाला
शुक्रवार शाम अयोध्या के नाका क्षेत्र में जमा हुए राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के पदाधिकारियों ने ओवैसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनकी फोटो भी जलाई. विरोध के दौरान राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के वरिष्ठ पदाधिकारी हाजी सईद अहमद ने कहा कि जब अयोध्या में मंदिर-मस्जिद मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है, अयोध्या में मंदिर का निर्माण हो रहा है और कोर्ट के निर्देशानुसार ही धन्नीपुर में एक अमन, प्यार और मोहब्बत की मस्जिद का निर्माण होने जा रहा है.
इस पर ओवैसी को क्या तकलीफ हो सकती है. उनको नाराजगी अपने निजी मामले पर हो सकती है. उनके बयान से और उनकी सोच से आम मुसलमान कोई इत्तेफाक नहीं रखता है. उनका बयान समाज में भेदभाव पैदा करने वाला है. हमारी मांग है कि सरकार को इस पर सख्त कार्रवाई करते हुए ओवैसी को गिरफ्तार करना चाहिए. हम उनके बयान की कड़ी निंदा करते हैं.
ओवैसी कर रहे सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच से जुड़े वरिष्ठ नेता अनिल सिंह ने बताया कि हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने जिस तरह का बयान दिया है, उस बयान से उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना की है. देश के करोड़ों हिंदू-मुस्लिमों की आस्था को चोट पहुंचाई है. जिस स्थान पर मस्जिद का निर्माण हो रहा है, वह ग्राम समाज की जमीन है. जिस पर सभी का अधिकार है. ऐसे में मस्जिद का निर्माण गलत कैसे हो सकता है.
अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद दुनिया की पहली ऐसी मस्जिद होगी, जहां पर खुदा की इबादत के साथ लोगों को इलाज भी मिलेगा, खाना भी मिलेगा और शिक्षा भी मिलेगी. इस अमन-चैन भाईचारे की पहल पर सवाल उठाने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने जो योजना बनाई है, उसके लिए हम सभी उनका धन्यवाद देते हैं.
मुस्लिम नेता भी ओवैसी के बयान का कर चुके हैं विरोध
बता दें कि हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने जैसे ही अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद पर बयान दिया वैसे ही उनका बयान विवादों के घेरे में आ गया. अयोध्या के संतों सहित कई बड़े वरिष्ठ नेताओं और मुस्लिम नेताओं ने भी ओवैसी के बयान पर नाराजगी जताई. वहीं उनके बयान पर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार ओवैसी पर बयान को वापस लेने और अपने बयान के लिए माफी मांगने का दबाव बढ़ रहा है.