अयोध्याः श्रीराम मंदिर निर्माण समिति की आज दिल्ली में बैठक होने जा रही है. बैठक में मंदिर की नींव की डिजाइन को फाइनल कर लिया जाएगा. इस निर्णय में देश के भव्य और प्राचीन मंदिरों के निर्माण की शैली को भी ध्यान में रखा जाएगा.
राम मंदिर की नींव की रिपोर्ट तैयार करने में जुटे विशेषज्ञ
आईआईटी चेन्नई, मुंबई, कानपुर, दिल्ली, गुवाहाटी और सीबीआरआई रुड़की के मौजूदा और रिटायर्ड विशेषज्ञ एक हजार साल तक टिकने वाले राम मंदिर के नींव की रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हुए हैं. माना जा रहा है कि 29 दिसंबर को राम मंदिर निर्माण समिति की दिल्ली में प्रस्तावित बैठक में नींव की डिजाइन को तय कर लिया जाएगा.
महामंत्री चंपत राय और सदस्य डॉ अनिल मिश्र दिल्ली रवाना
बैठक में शामिल होने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय और सदस्य डॉ अनिल मिश्र दिल्ली रवाना हो गए हैं. चंपत राय के अनुसार मंदिर के नींव के लिए पहले एक हजार 200 पिलर बननी थी. कुछ पिलर्स का निर्माण कर परीक्षण किया गया. इस दौरान उस पर 700 टन का वजन डाला गया और भूकंप के धक्के भी दिए गए. इंजीनियरिंग के हिसाब से जैसा व्यवहार उस पिलर्स के टेस्ट से अपेक्षित था, वैसा रिजल्ट नहीं मिला.
'जनवरी 2021 में मंदिर की रखी जाएगी नींव'
आपको बता दें श्रीराम जन्मभूमि परिसर में रामलला के मंदिर की नींव रखने का काम जनवरी 2021 में होना है. यह क्षेत्र सरयू नदी के किनारे होने से जमीन के 100 फिट नीचे तक भुरभुरी मिट्टी मिल रही है. इस वजह से नींव के काम में बाधा आ रही है. देश भर के निर्माण विशेषज्ञ की टीम नींव की बेहतर डिजाइन तैयार करने में जुटी है.