अयोध्या: श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में होने वाली बैठक स्थगित हो गई है. ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा है कि ट्रस्ट के सदस्यों का 21 दिन का एकांतवास पूरा होने के बाद ही अब बैठक को लेकर निर्णय लिया जाएगा.
4 अप्रैल को निर्धारित थी मीटिंग
कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर देश में लॉकडाउन है. ऐसे में श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम जन्म उत्सव को भीड़ से पूरी तरह मुक्त रखा गया है. अब ट्रस्ट की ओर से कहा जा रहा है कि मंदिर निर्माण को लेकर ट्रस्ट की चार अप्रैल की होने वाली बैठक स्थगित कर दी गई है. अब कोरोना महामारी से मुक्ति के बाद ही इस विषय में निर्णय लिया जाएगा. ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि लगता है कि इस महामारी के भय से निकलने में देश को समय लग जाएगा.
ट्रस्ट की बैठक में होना था महत्वपूर्ण निर्णय
रामलला को अस्थाई गर्भ गृह में शिफ्ट करने के बाद माना जा रहा है कि मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है. ऐसे में चार अप्रैल को होने वाली ट्रस्ट की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिया जाना था, लेकिन ट्रस्ट सदस्यों ने लॉकडाउन डाउन की अवधि समाप्त होने तक प्रतीक्षा करने का निर्णय लिया है.
बैरिकेडिंग हटाना पहला काम
राम जन्मभूमि परिसर हमेशा से सुरक्षा की दृष्टि से रेड जोन एरिया रहा है. ऐसे में यहां जबरदस्त बैरिकेडिंग का जाल बिछाया गया है. बिना बैरिकेडिंग हटाए राम जन्मभूमि परिसर में निर्माण के लिए मशीनों का प्रवेश करना संभव नहीं है. ट्रस्ट को अब इसे हटाने में समय लगेगा. ट्रस्ट का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान मजदूर मिलने की समस्या आ रही है. मंदिर निर्माण की योजना लॉकडाउन की अवधि समाप्त होने के बाद ही बनाना संभव है.
ट्रस्ट की बैठक की अगली तिथि अभी तय नहीं हो पाई है. ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा है कि इस भीषण महामारी से निपटने के बाद ही ट्रस्ट फैसला लेगा कि अगली बार मंदिर निर्माण को लेकर बैठक कब की जाए.