अयोध्या: सरयू नदी हादसे में पत्नी-बेटी को खो चुके युवक ने आत्महत्या करने की कोशिश की. जिला अस्पताल पहुंचे पीड़ित युवक ने पत्नी-बेटी की मौत के सदमे में सैनिटाइजर पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की. डॉक्टरों ने आनन-फानन में युवक को भर्ती किया. जहां उसका इलाज चल रहा है.
हादसे में अपनी पत्नी और मासूम बेटी को गवां चुके एक शख्स ने सदमे में आकर जान देने की कोशिश की है. सचिन नाम के इस युवक को बेहद गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां डॉक्टरों की टीम उसकी जान बचाने की पूरी कोशिश कर रही हैं.
शुक्रवार की दोपहर धार्मिक नगरी अयोध्या के गुप्तार घाट इलाके में हादसे के शिकार हुए आगरा के परिवार की तकलीफें कम नहीं हो रही है. इस दर्दनाक हादसे में अपनी पत्नी और बेटी को गंवा चुके एक शख्स ने सदमे में आकर जान देने की कोशिश की है. सचिन नाम के इस युवक को बेहद गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां डॉक्टरों की टीम उसकी जान बचाने की पूरी कोशिश कर रही हैं. खबर लिखे जाने तक युवक की हालत गंभीर बनी हुई थी और डॉक्टर सचिन के पेट में मौजूद सैनिटाइजर को बाहर निकालने का प्रयास कर रहे हैं.
जुली को बचाने के लिए नदी में कूद पड़े परिवार के सभी सदस्य
आगरा के रहने वाले अशोक कुमार अपने परिवार को लेकर शुक्रवार की सुबह धार्मिक नगरी अयोध्या पहुंचे थे. जहां परिवार ने अयोध्या में सरयू नदी के किनारे स्नान किया और उसके बाद नौका विहार के उद्देश्य से ₹5000 में नाव बुक कर अयोध्या के संत तुलसीदास घाट से 9 किलोमीटर दूर गुप्तार घाट तक का सफर किया. लेकिन इस परिवार के लिए यह नौका का सफर जिंदगी का आखिरी सफर साबित हुआ. गुप्तार घाट पर नाव से उतरने के बाद परिवार ने गुप्तार घाट मंदिर में दर्शन पूजन किया और उसके बाद पैदल ही परिवार के लोग सरयू नदी के किनारे पहुंच गए और चलते चलते घाट के सुनसान इलाके में पहुंच गए. इसी दौरान अशोक की बेटी जूली का पैर फिसल गया और वह नदी में गिर गई और उन्हें बचाने की कड़ी में एक-एक कर परिवार के 12 सदस्य नदी में डूबने लगे.
अपनी पत्नी और बेटी के शव को देखकर बेकाबू हो गया सचिन
इस हादसे में आगरा निवासी सचिन की पत्नी दामिनी 35 वर्ष और उनकी पुत्री दृष्टि 4 वर्ष की भी नदी में डूबने से मौत हो गई. शुक्रवार की देर शाम दोनों का शव सरयू नदी से बाहर निकाल लिया गया. वहीं हादसे की खबर पाकर सचिन भी आगरा से अयोध्या की जिला अस्पताल पहुंच गए. जिला अस्पताल में अपनी पत्नी और बेटी का शव देखकर सचिन फफक-फफक कर रो पड़े और यह हादसा बर्दाश्त नहीं कर पाए. कुछ देर होने के बाद सचिन ने अपने पास मौजूद सैनिटाइजर की शीशी खोली और सैनिटाइजर पी लिया. सैनिटाइजर पीने के बाद सचिन की हालत बिगड़ने लगी. यह देखकर सचिन के साथ आए परिजन घबरा गए और उन्होंने तत्काल सचिन को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है. जहां डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं.
शनिवार की सुबह एनडीआरएफ ने निकाला 16 साल की प्रियांशी का शव
इस दर्दनाक हादसे में कुल 12 लोग हादसे का शिकार हुए थे. जिनमें से 3 लोगों को स्थानीय गोताखोरों ने बचा लिया है. जबकि 9 लोग नदी में डूब गए जिनमें से 7 के शव नदी से बाहर निकाल लिए गए हैं. शनिवार की सुबह एनडीआरएफ की टीम ने 16 वर्षीय प्रियांशी पुत्री सतीश का शव नदी से बाहर निकाल लिया है. जिला अस्पताल में इस समय बेहद दर्दनाक माहौल है और मृतकों के परिजन रो रहे हैं एनडीआरएफ अभी भी नदी में लापता 2 महिलाओं के शव तलाश रही है.
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