अयोध्याः गृहमंत्री अमित शाह ने एक जनसभा के दौरान अगले साल जनवरी में देश के लोगों को अयोध्या का टिकट बुक कराने की बात कही थी. इसे लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को ऐतराज है. उन्होंने एक बयान देते हुए कहा है कि अमित शाह को यह बात कहने का कोई हक नहीं है. राहुल गांधी के इस बयान पर प्रसिद्ध सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी के प्रमुख पुजारी महंत राजू दास बेहद नाराज हैं.
उन्होंने कहा है कि जिन्होंने भगवान रामलला को न्याय दिलाने के लिए न्याय की लड़ाई में रामलला के खिलाफ 17 वकील खड़े किए वह किस मुंह से यह बयान दे रहे हैं. अगर रामलला में उनकी आस्था है, तो आज तक राम जन्मभूमि में दर्शन करने क्यों नहीं आए. उन्होंने कहा कि भगवान रामलला के अस्तित्व पर सवाल उठाने वाले आज राम मंदिर के पक्ष में बयान देने वालों पर सवाल उठा रहे हैं.
पुजारी महंत राजू दास ने कहा कि 'कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने हमेशा सनातन धर्म का और रामलला का विरोध किया है. यह उसी पार्टी के नेता हैं, जिन्होंने भगवान राम के अस्तित्व को नहीं माना. रामसेतु के मुद्दे पर रामसेतु को झूठा करार दिया. आज वह देश के उस नेता को भगवान राम के नाम पर कोई बयान देने से मना कर रहे हैं, जिन्होंने और जिनकी पार्टी ने भगवान रामलाला का भव्य मंदिर निर्माण कराने का मार्ग प्रशस्त किया है'.
राजू दास ने कहा कि 'राहुल गांधी और उनकी पार्टी के नेता अयोध्या में राम मंदिर मामले की सुनवाई और फैसले को लेकर कहते थे कि अगर रामलला के पक्ष में फैसला आ गया, तो देश में दंगा हो जाएगा और इसका फायदा भाजपा को मिलेगा. आज रामलला के पक्ष में फैसला भी आया और भव्य राम मंदिर का निर्माण भी हो रहा है और पूरे देश में प्रेम और सौहार्द का माहौल भी बना हुआ है. जिन कांग्रेस के नेताओं और उनके पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने रामलला का विरोध किया वह किस मुंह से अमित शाह को रामलला के बारे में बयान देने से रोक रहे हैं. आज उनके पेट में दर्द क्यों हो रहा है'.