अयोध्या: जनपद में कमर तोड़ मेहनत के बाद अपनी पसीने की कमाई का इंतजार कर रहे किसानों को इंद्र देवता की मेहरबानी के चलते भारी नुकसान झेलना पड़ा है. अयोध्या में किसानों की हजारों एकड़ जमीन जलमग्न हो गई है. धान और गन्ने की फसल को भारी नुकसान हुआ है.
वहीं कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इसके चलते आगामी फसलों की बुआई देरी से हो पाएगी, जिससे उत्पादन में कमी आने की संभावना है. लगातार हो रही बारिश से किसानों के नुकसान को लेकर ई़टीवी भारत ने कृषि विशेषज्ञ डॉ. ए. पी. राव से खास बातचीत की.
अयोध्या में बारिश का कहर
अयोध्या में पिछले 23 सितंबर से बारिश का दौर जारी है. फसल पकने का इंतजार कर रहे किसानों के लिए यह बारिश किसी कहर से कम नहीं है. मौजूदा स्थिति आगामी सात अक्टूबर तक बनी रहेगी. वहीं चार अक्टूबर तक भारी बारिश के आसार हैं. यह कहना है आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के कृषि तकनीकी सूचना केंद्र के अतिरिक्त निदेशक डॉ. ए. पी. राव का.
डॉ. ए. पी. राव ने बताया कि इस बारिश से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है. धान और गन्ने की फसल को भारी क्षति हुई है. साथ ही उन्नत खेती करने वाले किसानों को अधिक नुकसान झेलना पड़ रहा है. डॉ. राव ने बताया कि इस बार सितंबर माह में अनुमान से दोगुनी बारिश दर्ज की गई है. जमीन में लगातार बारिश की चलते काफी नमी बन गई है, जिसके चलते अभी फसल की बुआई में देरी होगी. इस बार किसानों को नुकसान तो झेलना ही पड़ रहा है, साथ ही अगर अगली फसल के बुआई में देरी हुई तो उसमें भी पैदावार में कमी आएगी.