अयोध्या : मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन जन्मस्थली अयोध्या के समग्र विकास और विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए विकास प्राधिकरण की तरफ से एक परामर्शदाता का चयन किया जाना था. इसके लिए बीते 26 दिसंबर 2020 को प्रस्ताव के लिए अनुरोध का प्रकाशन भी कराया गया था. इसमें कुल सात परामर्शदाताओं ने टेंडर डाले थे, जिनमें से छह के टेंडर क्वालीफाई हुए. वहीं पांच फरवरी को तकनीकी बिड और प्रस्तुतीकरण के आधार पर वैल्यूएशन कमेटी ने इनमें से तीन परामर्शदाताओं के टेंडर को वित्तीय बीड के चरण में प्रवेश करने योग्य पाया है. इस चयन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए मंगलवार को लखनऊ में एक बैठक आयोजित की गई.
ली एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड बनाएगी मास्टर प्लान
अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और सदस्य सचिव विशाल सिंह ने बताया कि वित्तीय बीड के चरण में प्रवेश करने वाली कंपनियों में टाटा कंसल्टेंसी इंजीनियर लिमिटेड, ली एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड, आईपी ग्लोबल लिमिटेड शामिल थीं. वहीं मंगलवार को इनके वित्तीय बीड खोले गए, जिसके बाद ली एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड का चयन किया गया है. ली एसोसिएट साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ एलएंडटी, आईईएल और सीपी कुकरेजा का ज्वाइंट वेंचर है. जिनके जरिए अयोध्या के समग्र विकास का दृष्टिकोण पत्र कार्यान्वयन रणनीति और समेकित अवसंरचना विकास की योजना तैयार करते हुए 25 सप्ताह में डीपीआर प्रस्तुत किया जाएगा.
क्या होगा चयनित कंपनी का काम
धार्मिक नगरी अयोध्या के सर्वांगीण विकास के लिए चयनित की गई कंपनी के द्वारा सर्वे के माध्यम से विस्तारित अध्ययन डिमांड और गैप का मूल्यांकन, सभी हितधारकों का आइडेंटिफिकेशन, उनसे अयोध्या के विकास के लिए व्यापक व्यापक विचार-विमर्श और कंसल्टेशन. अयोध्या का विजन और स्पेशल प्लानिंग, सामान राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय केस स्टडी का अध्ययन, इंटीग्रेटेड इंफ्रास्ट्रक्चर प्लान और नीति, शहर के धार्मिक पर्यटन क्षमता और राम मंदिर के महत्व को देखते हुए आवास विकास परिषद की 12 एकड़ की प्रस्तावित ग्रीन फील्ड टाउनशिप का लेआउट प्लान, डीपीआर लागत और अन्य योजनाएं बनाने का जिम्मा होगा.
चयन प्रक्रिया में शामिल रहे यह अधिकारी
बैठक के दौरान प्रमुख सचिव आवास और शहरी नियोजन दीपक कुमार, आयुक्त आवास एवं विकास परिषद अजय चौहान और उपाध्यक्ष अयोध्या विकास प्राधिकरण विशाल सिंह चौहान मौजूद रहे. इनकी मौजूदगी में चयन की प्रक्रिया पूरी की गई.