अयोध्याः देश में बढ़ते कोविड-19 संक्रमण से मुक्ति के लिए वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं तो वहीं धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक साधु-संत भी अनुष्ठान के माध्यम से प्रयासरत हैं. अयोध्या के तपस्वी छावनी से जुड़े जगद्गुरु परमहंस दास ने शनिवार को सरयू में खड़े होकर अनोखा अनुष्ठान किया. इस दौरान उन्होंने सरयू नदी के जल में लगभग एक घंटे खड़े होकर प्रार्थना की.
जल में 1008 डुबकी
अयोध्या में तपस्वी छावनी से जुड़े जगद्गुरु परमहंस दास ने कोरोना मुक्त भारत बनाने के लिए सरयू जल में लगभग एक घंटे खड़े होकर वाल्मीकि रामायण व हनुमान चालीसा का 108 बार पाठ किया. इसके बाद सरयू में 1008 डुबकियां लगाईं.
रामायण के मूल श्लोक और हनुमान चालीसा का पाठ
इस दौरान वैश्विक महामारी कोविड-19 और देश विरोधी विचारधारा समाप्त होने की कामना की. तपस्वी छावनी से जुड़े जगद्गुरु परमहंस दास ने कहा कि आज (शुक्रवार) अर्धनग्न अवस्था में सरयू जी में खड़े होकर वाल्मीकि रामायण के मूल श्लोक और हनुमान चालीसा का पाठ किया है.
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नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर उन्नति करे
उन्होंने कहा कि कोविड-19 मुक्त भारत बनने के साथ देश विरोधी विचारधारा समाप्त हो और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर उन्नति करे. आज इस महामारी के दौर में देशवासी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास करें. उन्होंने कहा कि जहां इस महामारी की रोकथाम के लिए देश के वैज्ञानिक दवा बनाने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीं दुआ के लिए हम सभी धर्माचार्य निरंतर धार्मिक अनुष्ठान कर पूजा-पाठ कर रहे हैं.