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कोर्ट का फैसला हमें मंजूर, हम हिंदुस्तान में अमन और सुकून चाहते हैं: इकबाल अंसारी - ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड

अयोध्या भूमि विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट के आए फैसले के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने पुनर्विचार याचिका दायर करने का निर्णय लिया है. इस रिव्यू पिटीशन पर अपनी राय व्यक्त करते हुए बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने ईटीवी भारत के साथ बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम हिन्दुस्तान में अमन और सुकून चाहते हैं.

पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी.
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Published : Nov 19, 2019, 9:36 AM IST

अयोध्याः श्रीराम जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने एक बैठक के बाद मामले में पुनर्विचार याचिका दायर करने का निर्णय लिया है.

पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने ईटीवी भारत से की विशेष बातचीत.

अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत के दौरान कहा, ‘हम सबने कोर्ट की बात मानने का फैसला किया था. रही बात पुनर्विचार याचिका की, तो बाबरी मस्जिद के लिए मुस्लिमों की ओर से कई पक्षकार हैं, पांच पार्टियां हैं, यह लोग जो भी काम करेंगे कानून के दायरे में रह कर करेंगे. कानून के बाहर कोई काम नहीं करेंगे.

देश के कानून ने सभी को दिया अपनी बात रखने का हक
इकबाल अंसारी ने कहा कि संविधान ने सभी को हक दिया है अपनी बात रखने का. उन्होंने कहा कि हम हिन्दुस्तान में अमन और सुकून चाहते हैं. अंसारी ने कहा कि अगर मंदिर के लिए जमीन मिली है तो वह सरकार को मिली है. अगर मस्जिद के लिए मिली है तो वह भी सरकार को मिली है.

इसे भी पढ़ें- शाहजहांपुर कोर्ट में स्वामी चिन्मयानंद की हुई पेशी

अयोध्याः श्रीराम जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने एक बैठक के बाद मामले में पुनर्विचार याचिका दायर करने का निर्णय लिया है.

पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने ईटीवी भारत से की विशेष बातचीत.

अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत के दौरान कहा, ‘हम सबने कोर्ट की बात मानने का फैसला किया था. रही बात पुनर्विचार याचिका की, तो बाबरी मस्जिद के लिए मुस्लिमों की ओर से कई पक्षकार हैं, पांच पार्टियां हैं, यह लोग जो भी काम करेंगे कानून के दायरे में रह कर करेंगे. कानून के बाहर कोई काम नहीं करेंगे.

देश के कानून ने सभी को दिया अपनी बात रखने का हक
इकबाल अंसारी ने कहा कि संविधान ने सभी को हक दिया है अपनी बात रखने का. उन्होंने कहा कि हम हिन्दुस्तान में अमन और सुकून चाहते हैं. अंसारी ने कहा कि अगर मंदिर के लिए जमीन मिली है तो वह सरकार को मिली है. अगर मस्जिद के लिए मिली है तो वह भी सरकार को मिली है.

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Intro:अयोध्या. श्रीरामजन्मभूमी मामले मे सुप्रीम कोर्ट के आए फैसले के बाद से ही संतों और श्रीराम भक्तों मे खुशी की लहर है, वहीं देश मे इस फैसले के बाद किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं होने से चैन की सांस ली है। लेकिन अब इस फैसले के बाद ही कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इसे मुद्दा बनाने के लिए फिर से प्रयासरत हो गए हैं, जिसमे प्रमुख तौर पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉं बोर्ड ने एक बैठक के बाद इस मामले मे रिविव पेटीशन दायर करने का निर्णय लिया है। इस मुद्दे पर जहां देशभर के मुस्लिमों ने नाराजगी जताई है, वहीं कई ऐसे मुद्दई भी हैं, जिनहोने खुलकर इसका विरोध किया है, जिनमे अयोध्या से बाबरी मस्जिद के मुद्दई इकबाल अंसारी ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान कहा कि ‘हम सबने कोर्ट की बात मानने का फैसला किया था, मुस्लिमों की ओर से कई पक्षकार हैं, उनकी मर्जी चाहे जो करें फिलहाल हमें सुप्रीम कोर्ट का फैसला मजूर है, वो लोग गलत कर रहे हैं।‘


Body:इकबाल अंसारी ने कहा की वो लोग क्या सोचते हैं ये वो खुद समझें, मैं पक्का मुसलमान हूँ, ज़ुबान से नहीं पलटता। कुछ लोग हमेशा अपनी राजनीति चमकाने के लिए ऐसे मुद्दे ढूंढते रहते हैं इस वक्त ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है अगर हम हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी की बात करें तो वह तो पक्षकार भी नहीं है फिर उनको इस मामले में इतना इंटरेस्ट क्यों है ऐसे लोग जो बाहर से आए हुए हैं वह अपने क्षेत्र में जाकर के राजनीति करें अयोध्या के इस मुद्दे पर नहीं। Conclusion:दिनेश मिश्रा
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