अयोध्याः राम नगरी में भव्य राम मंदिर निर्माण के साथ इस पौराणिक नगरी को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन और अध्यात्म पटल पर लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद गंभीर है. इन्हीं विषयों को लेकर शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ विचार-विवर्श किया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने अयोध्या के विकास के लिए बनाए गए विजन डॉक्यूमेंट को देखा. इस मामले को लेकर अयोध्या के संतों ने खुशी जाहिर की है. वहीं, लंबे समय तक अयोध्या में बाबरी मस्जिद की पैरवी करने वाले इकबाल अंसारी ने कहा है की जिस प्रकार से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री अयोध्या के विकास को लेकर संजीदा हैं, वह काबिले तारीफ है.
मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या के विकास की भी जरूरत
इकबाल अंसारी ने कहा कि धार्मिक नगरी अयोध्या विभिन्न धर्मों के लिए आस्था का केंद्र है. यहां पर सरयू नदी, हनुमान मंदिर, भगवान राम की जन्मभूमि है. इसके अलावा और कई अन्य धर्मों के प्रार्थना स्थल भी यहां पर हैं. यह नगरी लंबे समय से उपेक्षा का केंद्र रही है. अब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. इसलिए अयोध्या के विकास की उम्मीद जगी है. विजन डॉक्यूमेंट को लेकर जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गंभीर है. उसे देखकर लगता है कि बहुत जल्द अयोध्या की तस्वीर बदलने वाली है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने अयोध्या के विकास को लेकर इतनी गंभीरता दिखाई है. इकबाल अंसारी ने कहा कि हमें विश्वास है कि बहुत जल्द अयोध्या पूरी दुनिया में पर्यटन और आध्यात्मिक की दृष्टि से मशहूर होगी और लोग यहां आना चाहेंगे.
संतों ने भी पीएम मोदी के प्रयास को सराहा
वहीं, पीएम मोदी की बैठक को लेकर जगद्गुरु श्रीरामदिनेशाचार्य ने कहा कि इस पौराणिक नगरी के विकास को लेकर जिस प्रकार के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री गंभीरता दिखा रहे हैं. इसके लिए अयोध्या का संत समाज उनका आभारी है. सदियों से यह नगरी दुनिया भर में रहने वाले राम भक्तों की आस्था का केंद्र रही है. लेकिन विवाद के कारण इस नगरी का विकास नहीं हो पाया. यहां पर आवागमन के सही साधन उपलब्ध नहीं रहे, रहने की अच्छी व्यवस्था नहीं रही. लेकिन जिस प्रकार से विजन डॉक्यूमेंट के जरिए इस पौराणिक नगरी के कायाकल्प की योजना बनाई गई है. उसके लिए हम प्रधानमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित करते हैं. वहीं, राम मंदिर आंदोलन में शामिल रहे अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैया दास ने भी विजन डॉक्यूमेंट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिलचस्पी को काबिले तारीफ बताया है. उन्होंने कहा कि सदियों से इस नगरी में राम भक्तों का आना जाना रहा है. यहां की गलियां यहां की सड़कें सकरी हैं. अब राम मंदिर निर्माण के साथ यहां पर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने वाली है. इसलिए आवश्यक है कि इस पौराणिक नगरी का स्वरूप बदला जाए. हम सभी को प्रतीक्षा है कि एक नई अयोध्या का स्वरूप जल्द देखने को मिलेगा.
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आखिर क्या है विजन डॉक्यूमेंट
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ ही यहां पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों की बढ़ती हुई तादाद को देखते हुए यहां की सड़कों का चौड़ीकरण, आवागमन के साधनों को बेहतर करने, अच्छे होटल, गेस्ट हाउस के अलावा मंदिरों, घाट, कुंडों सहित एक नई अयोध्या बसाने की योजना को लेकर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा कर रहे हैं. इस बैठक में अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह चौहान के अलावा कई अन्य बड़े अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में शामिल है. इस पूरे प्रोजेक्ट को ली एसोसिएट्स ने अन्य सहयोगी संस्थाओं के साथ मिलकर तैयार किया है. प्रधानमंत्री द्वारा स्वीकृति मिलने के बाद बहुत जल्द विजन डॉक्यूमेंट पर काम शुरू होगा.