अयोध्या: उत्तर प्रदेश में एनआरसी और सीएए कानून के बाद प्रदर्शनकारियों के यहां प्रियंका गांधी मिलने पहुचीं. उसके बाद उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए आरोप लगाए. उन्होंने भगवा रंग पर भी कई प्रकार से नाम लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा. इस मामले पर श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी में बचपना है और वे लड़कपन की राजनीति कर रहे हैं.
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि उन्होंने अपनी राजनीतिक स्तर को बहुत नीचे स्तर तक गिरा दिया है. इससे खुद कांग्रेस का और उनका नुकसान हो रहा है. अगर ऐसे ही चलता रहा तो कुछ दिनों के बाद कोई इनकी बातें सुनना भी पसंद नहीं करेगा. वैसे भी देश में इस वक्त सिर्फ राष्ट्रवादी सरकार चल रही है, जो देश को ऊंचाई पर ले जा रही है. आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि जो काम कांग्रेस 70 सालों में नहीं कर पाई, वह काम यह सरकार कर रही है.
राजनीति करें, लेकिन देशहित में
उन्होंने कहा कि एनआरसी और सीएए कानून बिल्कुल सही है. मैं इनका समर्थन करता हूं, जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वह निश्चित तौर पर देशहित नहीं चाहते हैं. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी से आग्रह करना चाहता हूं कि वो राजनीति करें, लेकिन देशहित में करें. सिर्फ मुस्लिम वोटरों को लुभाने के लिए ऐसा कोई काम न करें, जिससे देश का नुकसान हो. एनआरसी को कांग्रेस सरकार खुद पहले लाई थी तो अब वह इसका विरोध क्यों कर रही है. इससे साफ जाहिर है कि वह कुछ मुस्लिम वोटरों को लुभाने के लिए ऐसा कह रही है.
देश में रहने वाले मुस्लिम को नुकसान नहीं
देश में रहने वाला मुसलमान देश का है. सीएए जो कानून बन चुका है और एनआरसी जिसे लागू किया जाना है, उसमें कहीं भी किसी भी देश में रहने वाले मुस्लिम को नुकसान नहीं है. उसमें साफ तौर पर यह कहा गया है कि बांग्लादेश, अफगानिस्तान, पाकिस्तान से आने वाले जो बाहरी घुसपैठी मुसलमान हैं, उनको हम नागरिकता नहीं देंगे क्योंकि हमारे देश में पहले से ही एक बड़ी जनसंख्या है. सरकार को जल्द से जल्द जनसंख्या नियंत्रण पर भी कानून लाकर देशहित में फैसला करना चाहिए.
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राजनीति की रोटी सेंकना चाहती है विपक्ष
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, ममता बनर्जी जैसे जितने भी लोग हैं, यह सिर्फ मुस्लिम वोटरों को लुभाने के लिए ऐसी बातें करते हैं. हमारे यहां के मुसलमान सब जानते हैं, समझदार हैं, लेकिन यह लोग उनको भड़काते हैं. युवाओं को बहका करके अपनी राजनीति की रोटी सेंकना चाहते हैं.