अयोध्या: भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने और बांग्लादेश-पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं को वापस भारत लाकर उन्हें भारत की नागरिकता देने की मांग को लेकर 12 अक्टूबर से आमरण अनशन पर बैठे महंत परमहंस दास का अनशन अभी समाप्त नहीं हुआ है. बुधवार की देर रात जिला प्रशासन के निर्देश पर पुलिस ने उन्हें जबरन अनशन स्थल से उठाकर जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया. लेकिन अस्पताल में भी उन्होंने अपना अनशन नहीं तोड़ा. परमहंस दास का अनशन अस्पताल के बेड पर भी चल रहा है.
लगातार 9 दिन से आमरण अनशन करने के कारण घट चुका है 9 किलो वजन
अयोध्या में अपने आश्रम तपस्वी छावनी के सामने आमरण अनशन पर बैठे महंत परमहंस दास का अनशन 9 दिन पूरा होने के बाद भी जारी है. इस समय उनका वजन 9 किलो घट चुका है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की सलाह पर पुलिस प्रशासन ने देर रात उनको उठाकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया. लेकिन जिला अस्पताल में भी परमहंस का आमरण अनशन जारी है.
जब तक कोई मंत्री नहीं करेगा वार्ता तब तक नहीं करूंगा अनशन समाप्त
महंत परमहंस दास ने कहा कि जब तक प्रधानमंत्री, गृहमंत्री या कोई केंद्रीय मंत्री उनसे आकर वार्ता नहीं करता है. तब तक वह अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र का सपना स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई का था, वीर सावरकर का भी था और आरएसएस, विहिप का भी है. ऐसे में अब जब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है. तब अब हिंदुस्तान को हिंदू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए.
पिछली बार सीएम योगी के हस्तक्षेप पर समाप्त हुआ था महंत का अनशन
2 साल पहले जब महंत परमहंस दास ने राम मंदिर निर्माण के लिए अपने आश्रम पर आमरण अनशन किया था. उस दौर में उनके अनशन को खूब समर्थन मिला था और बड़ी संख्या में सोशल मीडिया पर इनके अनशन की चर्चा थी, लेकिन इस बार भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग को लेकर किए जाने वाले आमरण अनशन को उतना समर्थन नहीं मिला, जितना पिछली बार मिला था. फिलहाल अभी तक केंद्र या प्रदेश सरकार के किसी प्रतिनिधि ने महंत परमहंस दास को मनाया नहीं है, जबकि पिछली बार अनशन के आठवें दिन ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप पर प्रदेश सरकार के कई प्रतिनिधि अनशन स्थल तक पहुंच गए थे.